धर्मशाला : शुक्रवार को रात 12 बजे से काँगड़ा जिला में चलने वाली रेल सेवाओं पर प्रतिबंध लगा दिया गया है. अगले आदेशों तक काँगड़ा जिले में रेल की छुक-छुक सुनने को नहीं मिलेगी. पठानकोट-जोगिन्दरनगर ट्रैक पर भी रेल नहीं दौड़ेगी. काँगड़ा के उपायुक्त राकेश कुमार प्रजापति ने जानकारी दी है कि कोरोना महामारी के संभावित खतरे व लोगों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए पंजाब राज्य से काँगड़ा जिला के लिए चलने वाली रेल सेवाओं पर शुक्रवार मध्य रात्रि 12 बजे से प्रतिबंध लगा दिया गया है. उन्होंनें बताया कि बाहरी राज्यों से आने वाले विशेषकर भिखारी व आधिकतर प्रवासी लोग रेल में ही सफर करते हैं जिस कारण इस महामारी की आशंका हमेशा बनी रहती है.उन्होंनें लोगों से इस महामारी से लड़ने के लिए सहयोग की अपील की है. अभी-अभी मिली जानकारी के अनुसार काँगड़ा में दो लोग कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं.
एहतियातन उठाया कदम
उपयुक्त ने कहा कि सीमान्त राज्यों में इस बीमारी कुछ मामले ध्यान में आए हैं जिस कारण एहतियातन यह कदम उठाना पड़ा है. उन्होंनें बताया कि बाहरी राज्यों से आने वाले विशेषकर भिखारी व आधिकतर प्रवासी लोग रेल में ही सफर करते हैं जिस कारण इस महामारी की आशंका हमेशा बनी रहती है.उन्होंनें लोगों से इस महामारी से लड़ने के लिए सहयोग की अपील की है.
सैलानियों के प्रवेश पर लगी रोक
उपायुक्त काँगड़ा ने जानकारी दी है कि जिला काँगड़ा में घरेलू व विदेशी सैलानियों के प्रवेश पर पूर्ण रूप से प्रतिबंध लगा दिया गया है. उन्होंनें कहा कि अनावश्यक भीड़ जमा न हो इसके लिए प्रशासन ने आवश्यक कदम उठाए हैं. उन्होंनें बताया कि जिला के सभी प्रवेश द्वारों पर बाहरी राज्यों से आने वाले वाहनों की पूर्ण जांच करने के बाद ही उनका जिला में प्रवेश सुनिश्चित किया है.
सभी कैम्प बंद
काँगड़ा के सीएमओ गुरदर्शन गुप्ता ने जानकारी दी है कि कोरोना बीमारी को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग द्वारा भी जिला में चलाए जा रहे सभी प्रशिक्षण कैम्पों को अस्थाई तौर पर अगले आदेशों तक स्थगित कर दिया गया है.