जोगिन्दरनगर : कोरोना के चलते इस महामारी से निपटने के लिए प्रदेश सरकार हर रोज नए नियम बना रही है. वहीँ कई नियम लोगों की जान पर भारी पड़ रहे हैं. प्रदेश सरकार ने कोरोना महामारी के चलते बायोमीट्रिक मशीन के प्रयोग पर जहाँ 2 महीने पहले सभी विभाग में रोक लगा दी थी वहीँ अब सरकार ने यही नियम बदलकर राशन डिपुओं के लिए बुधवार को अधिसूचना ज़ारी की है जिसके तहत अब राशन डिपो में बायोमीट्रिक मशीन का प्रयोग करते हुए उपभोक्ताओं को अंगूठा लगाना होगा. अंगूठे का प्रयोग करने के साथ ही कोरोना संक्रमण के खतरे को देखते हुए सरकार के इस फैसले से डिपो संचालक व उपभोक्ता खासे नाराज हैं.
न मास्क हैं न सेनेटाईजर
डिपो संचालक द्रंग के प्रधान रमेश चंद का कहना है कि सरकार ने बुधवार को ये आदेश ज़ारी कर दिए हैं जिससे लोग खासे नाराज़ हैं. न तो डिपुओं में मास्क दिए गए हैं न सेनेटाईजर हैं जिससे ग्राहकों की सुरक्षा राम भरोसे है तथा लोगों को संक्रमण का खतरा पैदा हो गया है.
अन्य विभागों में बंद है प्रयोग
रमेश चंद का कहना है कि जब सभी विभागों में इस का प्रयोग बंद है तो क्यों डिपो धारकों और उपभोक्ताओं की जान से खिलवाड़ किया जा रहा है.उन्होंनें सरकार के इस फैसले पर हैरानी जताई है तथा सरकार से मांग की है कि इस फैसले पर जनता के हित को देखते हुए पुनर्विविचार करे.
अधिकारियों ने कहा लागू करें आदेश
रमेश चंद का कहना है कि उन्होंनें खाद्य निरीक्षक मनोज से बात की तो कहा गया कि ये सरकारी आदेश हैं और इन्हें लागू करना ही होगा. वहीँ रमेश चंद ने जिला खाद्य आपूर्ति विभाग अधिकारी से बात की तो बताया गया कि प्रोटोकॉल के तहत प्रयोग करें.
सरकार से बात करेंगे रामस्वरूप शर्मा
उधर इस बार सांसद रामस्वरूप शर्मा से बात की गई तो उन्होंनें कहा कि वे शिमला जा रहे हैं तथा जल्द ही सरकार से इस बारे बात करेंगे.
फ़िलहाल बंद रहेंगे डिपो
जो भी हो डिपो धारकों और उपभोक्ताओं की जान के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है. रमेश चंद का कहना है कि उनका भी परिवार है तथा उपभोक्ताओं के जब अंगूठे के निशान लिए जायेंगे तो क्या गारंटी है कि उन्हें संक्रमण नहीं होगा. रमेश चंद ने कहा कि जब तक सरकार इस बारे जल्द निर्णय नहीं देती तब तक फ़िलहाल डिपुओं को बंद रखने का निर्णय लिया गया है.