हिमाचल में काँगड़ा जिला के तहत स्थित विश्व विख्यात शक्तिपीठ श्रीज्वालामुखी मंदिर में बुधवार को मां एक अनन्य भक्त ने करीब एक किलो सोने का आरती दीपक मां के दरबार में अर्पित किया है। चंडीगढ़ से आए श्रद्धालु ने परिवार सहित मंदिर में दर्शन कर मां के चरणों में यह भेंट अर्पित की।

मां के भक्त ने अपनी पहचान गुप्त रखने का आग्रह करते हुए कहा कि मां ज्वालामुखी की उनके परिवार पर बड़ी कृपा है और माता के आशीर्वाद से उनका कारोबार दिन दोगुनी-रात चौगुनी तरक्की कर रहा है इसलिए अपनी नेक कमाई में से कुछ हिस्सा उन्होंने मां ज्वालामुखी के चरणों में अर्पित किया है।
सोने के इस आरती दीप से रोज पांच बार माता रानी की आरती होगी, तो उनको बहुत अच्छा लगेगा और मन को असीम शांति और सुकून प्राप्त होगा।
मंदिर अधिकारी तहसीलदार मनोहर लाल शर्मा, मंदिर न्यास ज्वालामुखी के सदस्य जितेश शर्मा और अन्य अधिकारियों व कर्मचारियों ने इस दानी सज्जन और उनके परिवार को माता रानी की चुनरी, तस्वीर और प्रसाद भेंट कर सम्मानित किया।
जानकारी के मुताबिक यह श्रद्धालु पुजारी अनिल शर्मा के जजमान हैं और उनके मार्गदर्शन में पहले भी माता रानी की ऐसे ही सेवा कर चुके हैं।
इससे पहले उन्होंने मां ज्वालामुखी की मुख्य ज्योति के बाहर सोने का पत्रा चढ़ाया था, जिसमें मुख्य ज्योति को मढ़ा गया था।
मंदिर न्यास ज्वालामुखी के सदस्य जितेश शर्मा ने कहा कि मां ज्वालामुखी के दरबार में शहंशाह अकबर के बाद आज भी कई बड़े कारोबारी इसी तरह आते हैं और कई बड़े तोहफे माता को भेंट करते हैं।
माता रानी उनकी मनोकामना पूरी करती है और वे खुशी-खुशी यहां पर आते हैं और मंदिर की सेवा करते हैं।
उन्होंने विधायक संजय रतन, जिलाधीश कांगड़ा, उपमंडल अधिकारी नागरिक ज्वालामुखी और मंदिर अधिकारी से आग्रह किया है कि ऐसे दानी सज्जनों की एक सूची बनाई जाए और एक बड़ा बोर्ड बनाकर वहां पर उनके नाम लिखे जाएं, ताकि और भी यात्रियों को प्रेरणा मिल सके और वे माता रानी के दरबार में इसी तरह से विभिन्न विकास कार्यों के रूप में सेवा कर सकें।
उन्होंने कहा कि ज्वालामुखी मंदिर में मार्बल का काम काफी शेष है। इसके अलावा और भी कई विकास कार्य होने को हैं, यदि दानी सज्जन इसी तरह से आकर मंदिर के छोटे बड़े कार्यों को करवाने की जिम्मेदारी लें, तो ज्वालामुखी मंदिर देश के कई बड़े मंदिरों की सूची में आ जाएगा।































