दीवाली के दिन चंबा में एक बड़ा हादसा हो गया। यहां परेल के पास रावी नदी पर करोड़ों रुपए की लागत से बना पुल गुरूवार को अचानक क्षतिग्रस्त हो गया।
ठेकेदार के खिलाफ हुआ मामला दर्ज़
इस घटना को लेकर पुलिस ने पुल निर्माण कार्य को अंजाम देने वाले ठेकेदार के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरु कर दी है। वहीं लोक निर्माण विभाग की निर्माण शैली पूरी तरह से सवालों के घेरे में आ गई है. जिस समय यह हादसा हुआ, तब पुल के ऊपर से एक कार, टिप्पर और मोटरसाईकिल गुजर रहा था। नतीजतन पुल के गिरते ही मोटरसाईकिल पुल से नीचे जा गिरा। जबकि कार व टिप्पर ऊपर ही फंसे रहे।
6 लोग आये चपेट में
हादसे में 6 लोग घायल हो गए हैं, जिन्हें उपचार के लिए जिला मुख्यालय स्थित पंडित जवाहर लाल नेहरू मैडिकल कॉलेज चंबा में भर्ती किया गया है। घायलों में वीरेंद्र कुमार निवासी कुपाडा, मनोज निवासी भद्रम, चैनी निवासी मंगला, ज्ञान सिंह निवासी तडोली, रवि निवासी नखली व अनिल निवासी भद्रम शामिल हैं।
2005 में बना था पुल
वहीं प्रशासनिक अधिकारियों समेत पुलिस ने मौके पर पहुंच स्थिति का जायजा लिया है और छानबीन शुरू कर दी है। बताया जाता है कि इस पुल का साल 2003 में निर्माण कार्य शुरू हुआ था और यह 2005 में पूरा हुआ था। निर्माण के महज 15 सालों के अंदर ही इसके गिरने से निर्माण कार्य पर भी सवाल खड़े हो गए हैं।
घटिया सामग्री निर्माण हो सकती है वजह
लोगों ने पीडब्लयूडी की हायर एथारिटी को इस बावत सूचित कर दिया है। लिहाजा शिमला से विभाग की तकनीकी विंग मामले की जांच करेगा। उन्होंने कहा कि आरंभिक तौर पुल के गिरने की बजह नक्शे में खामी या फिर निर्माण में घटिया मैटीरियल का प्रयोग होना माना जा रहा है। अगर इस जांच में कोई दोषी पाया जाएगा, उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई होगी।