प्रदेश में राशन कार्ड का ई-केवाईसी न होने के कारण 59 हजार से अधिक राशन कार्ड ब्लॉक कर दिए गए हैं। 59 हजार से अधिक राशन कार्ड ब्लॉक होने से 1.59 लाख उपभोक्ताओं को राशन डिपो में मिलने वाले सस्ते राशन का लाभ नहीं मिलेगा।
प्रदेश के राशन डिपुओं में मिलने वाले सस्ते राशन के वितरण में पारदर्शिता लाने के लिए सरकार प्रयास कर रही है। प्रदेश में सस्ते राशन में होने वाली गड़बड़ी की आशंका को रोकने के लिए राशन कार्ड धारकों की ई-केवाईसी करवाई जा रही है, जिसके लिए पिछले कई महीनों से निरंतर प्रक्रिया जारी है और लाभार्थियों को बार-बार ई-केवाईसी करवाने का मौका दिया जा रहा है।
प्रदेश में करीब 80 प्रतिशत राशन कार्ड धारकों का ई-केवाईसी किया है, लेकिन इसके बाद भी 20 प्रतिशत कार्ड धारकों ने अभी तक ई-केवाईसी नहीं करवाई है। विभाग ने 31 दिसंबर तक ई-केवाईसी का मौका दिया है। लाभार्थी ई-केवाईसी नहीं करवाते हैं, तो कार्ड को अस्थायी तौर पर बंद किया जाएगा।
13,82,160 लोगों ने नहीं करवाई ई-केवाईसी
प्रदेश में राशन कार्ड में दर्ज लाभार्थियों की संख्या 71,51,012 है, इसमें अभी तक 57,68,852 की ई-केवाईसी हुई है। 1382160 लोगों ने अभी तक ई-केवाईसी नहीं करवाया है। प्रदेश के राशन डिपुओं में सस्ते राशन की सुविधा का लाभ केवल सही लोगों को मिले, इसके लिए राशनकार्ड धारकों को ई-केवाईसी किया जा रहा है। विभाग के अनुसार अभी तक 1382160 लोगों ने अभी तक ई-केवाईसी नहीं करवाया है।
किस जिला में कितने कार्ड ब्लॉक
प्रदेश में ई-केवाईसी न होने के कारण 59998 कार्ड ब्लॉक किए हैं, इनमें 159146 लाभार्थी शामिल हैं, जिसमें बिलासपुर जिला में 2659 राशन कार्ड, चंबा जिला में 8943, हमीरपुर में 2174, कांगड़ा में 23152, किन्नौर में 260, कुल्लू में 3974, मंडी में 3554, शिमला में 10041, सिरमौर में 327, सोलन में 377 और ऊना में 4537 राशन कार्ड ई-केवाईसी न होने के कारण ब्लॉक किए हैं।
उपभोक्ताओं को 31 दिसंबर तक समय
खाद्य नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता मामले विभाग के निदेशक राम कुमार गौतम का कहना है कि अगर कोई 31 दिसंबर तक केवाईसी नहीं कराता है, तो ऐसे उपभोक्ताओं को राशन कार्ड को अस्थायी तौर पर बंद कर दिया जाएगा। उन्होंने लोगों से अपील की है कि राशन कार्ड उपभोक्त राशन डिपो या फिर लोक मित्र केंद्र में जाकर राशन कार्ड का ई-केवाईसी करवाएं।