हिमाचल प्रदेश सरकार ने स्वास्थ्य विभाग में नर्सों के खाली पद भरने की कसरत शुरू कर दी है। नर्सों के 200 पद आदर्श अस्पतालों और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में भरे जाएंगे।
कमीशन और बैचवाइज आधार पर इनकी भर्ती की जानी है। अस्पतालों में नर्सों के सैकड़ों पद खाली हैं। कई सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में फार्मासिस्ट से भी काम चलाया जा रहा है।
इनकी तैनाती होने से काफी हद तक नर्सों की कमी दूर हो जाएगी। प्रदेश सरकार ने हिमाचल में आदर्श अस्पतालों को आधुनिक चिकित्सा सुविधाओं से लैस करने का निर्णय लिया है।
ऐसे में इनमें सबसे पहले स्टाफ मुहैया कराया जाना है। हालांकि इन अस्पतालों में उपकरण स्थापित करने की प्रक्रिया को शुरू कर दिया गया है।
इन अस्पतालों में विशेषज्ञ चिकित्सकों की तैनाती की जा रही है। इसके साथ ही अब इनमें नर्सों और पैरामेडिकल स्टाफ की भी तैनाती की जानी है।
सरकार का मानना है कि आदर्श अस्पतालों में स्टाफ की कमी दूर होने से मेडिकल कॉलेजों पर मरीजों का बोझ कम होगा। प्रदेश में 68 आदर्श अस्पताल स्थापित किए जाने हैं।
ज्यादातर विधानसभा क्षेत्रों में इन अस्पतालों को खोला दिया गया है। इनमें गायनी, पीडियाट्रिक्स, आर्थो, मेडिसन और सर्जरी की सुविधा शामिल है।
उधर, स्वास्थ्य सचिव एम सुधा ने कहा कि आदर्श अस्पतालों और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों को आधुनिक सुविधाओं से लैस किया जाना है। स्टाफ के अलावा इनमें उपकरण स्थापित किए जाने हैं।