लद्दाख : भारत-चीन सीमा विवाद अब बड़े तनाव में तब्दील होता जा रहा है। सोमवार रात लद्दाख की गालवन वैली में दोनों देशों के सैनिकों के बीच जबरदस्त हिंसक झड़प हो गई। इसमें भारत के एक कर्नल सहित और कम से कम 20 जवान शहीद हो गए। ये सारे सैनिक 16 बिहार रेजिमेंट के बताए जा रहे हैं। उधर, भारतीय जवानों की जवाबी कार्रवाई में चीन के भी 43 सैनिकों के मारे जाने या फिर घायल होने की खबर है।
45 साल बने ऐसे हालात
45 साल यानी 1975 के बाद भारत-चीन सीमा पर ऐसे हालात बने हैं, जब भारत के जवानों की शहादत हुई है। हिंसा किस तरह भयावह रही होगी, इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि बिना गोली चले, दोनों तरफ के सैनिकों ने जान गंवा दी। सैनिकों के बीच जबरदस्त पथराव हुआ और डंडों व कंटीले तारों से एक-दूसरे पर हमला किया गया।
सीमा पर तनाव
सीमा पर तनाव भरे हालातों के बीच चीन के विदेश मंत्रालय ने कहा है कि भारत एकतरफा कार्रवाई न करे, नहीं तो मुश्किलें बढ़ेंगी। वहीं, चीन के अखबार दि ग्लोबल टाइम्स ने चीन के विदेश मंत्रालय के हवाले से आरोप लगाया कि बॉर्डर पर दोनों देशों के बीच रजामंदी बनी थी, लेकिन भारतीय जवानों ने इसे तोड़ दिया और बॉर्डर क्रॉस किया।
डेढ़ महीने से च रही है तनातनी
गौरतलब है कि पिछले करीब डेढ़ महीने से भारत और चीन सैनिकों के बीच लद्दाख में तनातनी चल रही है। भारत की ओर से सड़क निर्माण का काम किए जाने पर आपत्ति जताते हुए बड़ी संख्या में चीनी सैनिक यहां आ गए थे। दोनों देशों में बातचीत चल रही थी। दोनों देशों के सैनिकों के पीछे हटने की खबरें आ रही थीं और माना जा रहा था कि जल्द ही यह तनाव खत्म हो जाएगा। इस बड़े घटनाक्रम के बाद सीमा पर इस घटना के बाद दोनों देशों बीच स्थिति बेहद गंभीर हो गई है।
हालात को काबू करने की कोशिश
हालांकि दोनों सेनाओं के वरिष्ठ अधिकारी मौके पर मुलाकात कर हालात संभालने की कोशिश में लगे हुए हैं। भारतीय सेना अध्यक्ष जनरल मनोज मुकुंद नरवणे ने मंगलवार को पठानकोट की प्रस्तावित यात्रा रद्द कर दी।
रक्षा मंत्री ने की बैठक
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने मंगलवार को हालात की समीक्षा के लिए दो अहम बैठकें कीं। सुबह उन्होंने चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत और तीनों सेना प्रमुखों के साथ बैठक की। इसमें विदेश मंत्री एस जयशंकर भी शामिल हुए। शाम की बैठक में विदेश मंत्री, सीडीएस और आर्मी चीफ शामिल हुए।
राजनाथ सिंह ने प्रधानमंत्री से इस मसले पर बातचीत की है। खबर यह भी है कि दोनों देशों के सैन्य कमांडर बुधवार सुबह साढ़े सात बजे सीमा पर जारी गतिरोध दूर करने के लिए बातचीत करेंगे।
चीन ने नहीं किया सहमति का पालन
भारत और चीन के बीच पूर्वी लद्दाख सीमा पर भारी तनाव के बीच विदेश मंत्रालय ने मंगलवार को कहा कि चीन ने छह जून को बनी सहमति का पालन नहीं किया और 15 जून को देर शाम और रात को चीन की सेना ने वहां यथास्थिति बदलने की कोशिश की, जिससे दोनों पक्षों के बीच हिंसक झड़प हुई।
चीन ने लगाया आरोप
बीजिंग। चीन के विदेश मंत्रालय ने भारतीय सैनिकों पर सीमा के उल्लंघन का आरोप लगाते हुए चीनी सैनिकों पर हमले का आरोप लगाया है। हालांकि, चीन ने अपने सैनिकों के मारे जाने को लेकर खुद को बेखबर बताया है।
चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता झाओ लिजियान ने कहा कि दोनों देशों के प्रतिनिधि बातचीत कर रहे हैं।