हिमाचल में भारी बारिश से 13 की मौत,आज भी लगातार ज़ारी है बारिश

हिमाचल प्रदेश में बुधवार को बरसात एक बार फिर कहर बनकर बरसी और बादल फटने, बाढ़ आने और भू-स्खलन के चलते एक ही दिन में 13 लोगों की जान चली गई, जबकि दो लोग लापता हैं।

बुधवार को छह लोगों की मौत भारी बारिश के कारण हुई भू-स्खलन की घटनाओं में हुई है, जबकि तीन लोगों की मौत बिजली का करंट लगने से हुई है।

चार लोग अन्य हादसों का शिकार हुए हैं। इन मौतों के साथ हिमाचल प्रदेश में मानसून सीजन के दौरान हुई कुल मौतों का आंकड़ा 361 पहुंच चुका है। वहीं, प्रदेश भर में 40 लोग अभी लापता हैं।

इनमें से दो लोग बीते 24 घंटे के अंदर लापता हुए हैं। राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की ओर से जारी दैनिक रिपोर्ट के मुताबिक बीते 24 घंटे में पांच मौतें मंडी जिला में हुई हैं, जबकि शिमला में प्रवासी दपंति को बारिश ने निगल लिया है।

राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की ओर से जारी रिपोर्ट के मुताबिक हिमाचल प्रदेश को अभी तक कुल 8291 करोड़ रुपए का नुकसान हो चुका है।

हिमाचल प्रदेश के पीडब्ल्यूडी विभाग, जल शक्ति विभाग, शिक्षा विभाग, ग्रामीण एवं विकास विभाग, बागबानी विभाग, मत्स्य विभाग, शहरी विकास विभाग समेत अन्य विभागों को करोड़ों रुपए के नुकसान का आकलन है।

इसके अलावा प्रदेश में तीन नेशनल हाईवे समेत 709 सडक़ें अवरुद्ध हैं। 2897 बिजली ट्रांसफॉर्मर ठप और 214 पेयजल योजनाएं प्रभावित है।

सड़कें बंद होने के कारण प्रदेश में यातायात व्यवस्था बुरी तरह प्रभावित हुई है। शिमला-चंडीगढ़, कुल्लू-मनाली और मंडी-पठानकोट एनएच बंद होने से कई क्षेत्रों का संपर्क कट गया है।

कुल्लू को जोडऩे वाली सडक़ें बंद हो गई हैं। इस वजह से सैकड़ों वाहन फंस गए हैं। बद्दी में बैरियर पुल क्षतिग्रस्त होने से चंडीगढ़ और हरियाणा से संपर्क कट गया है।

उधर, कालका-शिमला नेशनल हाईवे पांच चक्कीमोड़ में वाहनों की आवाजाही के लिए पूरी तरह से बंद हो गया है।

मौसम विज्ञान केंद्र शिमला के अनुसार अगले 72 घंटों के दौरान बिलासपुर, चंबा, हमीरपुर, कांगड़ा, कुल्लू, मंडी, शिमला, सिरमौर, सोलन, ऊना में अधिकांश स्थानों पर मध्यम और कुछ स्थानों पर बहुत भारी बारिश होने की आशंका है।

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