जोगिन्दरनगर : हिमाचल प्रदेश तकनीकी शिक्षा विभाग के उपनिदेशक संजय गुप्ता ने कहा कि प्रदेश में तकनीकी शिक्षा हासिल कर हजारों युवा आत्मनिर्भर बने हैं। बेटियों के आत्मसम्मान को भी अधिमान मिला है।
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मंगलवार को जोगिन्दरनगर में स्थित आईटीआई के स्किल कन्वोकेशन सेरेमनी में उपस्थित प्रशिक्षुओं को संबोधित करते हुए कहा कि प्राद्योगिकी के क्षेत्र में आर्थिक विकास संभव होने के बाद देश भी विश्वगुरु की और अग्रसर होता जा रहा है।
मेक इन इंडिया योजना की सराहना करते हुए बताया कि ओद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों में प्रशिक्षित कर रोजगार दिलाने के लिए प्रदेश में लगभग ढाई सौ तकनीकी शिक्षा केंद्र खोले गए हैं।
जहां पर आईटीआई संस्थान खोलने की संभावना नहीं थी वहां पर भी यह संस्थान अनेकों व्यवसाय के साथ चल रहे हैं।
इससे पहले आईटीआई जोगिन्दरनगर की प्राचार्या इंजीनियर नवीन कुमारी ने बताया कि तकनीकी शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए मौजूदा समय में अकेले आईटीआई में ही नौ ट्रेडों पर लगभग 18 व्यवसायों पर युवा पीढ़ी प्रशिक्षित होकर रोजगार भी हासिल कर रही है।
उन्होंने आईटीआई में मौजूद सुविधाओं व संसाधनों की जानकारी देने के साथ साथ प्रशिक्षुओं को उनकी रूचि के तहत आत्मनिर्भर बनने के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है। प्रशिक्षुओं को रोजगार दिलाना संस्थान की सबसे बड़ी प्राथमिकता रही है।
सामाजिक सरोकारों में भी प्रशिक्षु अपना योगदान दे रहे हैं। आईटीआई के स्किल कन्वोकेशन सेरेमनी में विशेष तौर पर मौजूद इंजीनियर पीसी पालिया, आरसी बरठा, पीसी नायक, डॉ पीसी राणा, बिशन दास बहल, सेवानिवृत शिक्षिका मधु और निजी सचिव ममता का संस्थान में पहुंचने पर आभार जताया।
वहीं कार्यक्रम के मुख्यातिथी तकनीकी शिक्षा विभाग के उपनिदेशक संजय गुप्ता को संस्थान की और से समृति चिन्ह भेंटकर सम्मानित भी किया। इस दौरान आईटीआई के प्रशिक्षुओं ने हिमाचल की पारंपरिक संस्कृति के आधार पर अनेकों कार्यक्रम प्रस्तुत कर स्किल कन्वोकेशन सरमनी में चार चांद लगाए।