मनाली : गर्मियों में देश व दुनिया के सैलानियों को बर्फ के दीदार करवाने वाले 13,050 फुट ऊंचे पर्यटन स्थल रोहतांग ने बर्फ की सफेद चादर ओढ़ ली है। रोहतांग दर्रे में सर्दियों की पहली बर्फबारी हुई है। हालांकि अधिक बर्फबारी न होने से राहगीरों को परेशानी नहीं हुई है लेकिन बर्फबारी ने सर्दियां शीघ्र शुरू होने के संकेत दे दिए हैं।
वाहन चालकों की बढ़ी दिक्कतें
मनाली-लेह मार्ग के बारालाचा दर्रे में भी 2 से 3 इंच तक हिमपात हुआ है, जिससे वाहन चालकों की दिक्कतें बढ़ी हैं। रोहतांग दर्रे में हालांकि बर्फ के हल्के फाहे गिरे हैं लेकिन धुंधी जोत, मकरवेद, शिकर वेद जोत, हनुमान टिब्बा, इंद्र किला व चंद्रखणी जोत सहित समस्त ऊंची चोटियों ने बर्फ की सफेद चादर ओढ़ी है।
चमक उठी चोटियाँ
लाहौल के बारालाचा दर्रे सहित शिंकुला जोत, कुंजुम दर्रे, छोटा व बड़ा शिघरी ग्लेशियर, लेडी ऑफ केलांग, नीलकंठ की पहाडिय़ों व ढाका ग्लेशियर सहित समस्त चोटियां बर्फ से चमक उठी हैं। शनिवार को मनाली-लेह मार्ग पर सफर करने वाले वाहन चालकों को दिक्कतों का सामना करना पड़ा। भरतपुर सिटी से सरचू तक हल्की बर्फबारी हुई है। पहाड़ों पर बर्फबारी का क्रम शुरू होने से भेड़पालकों ने भी मैदानों का रुख करना शुरू कर दिया है।
किसान और बागवान परेशान
लाहौल और मनाली घाटी में बारिश का क्रम जारी रहने से बागवानों व किसानों की दिक्कतें बढ़ी हैं। लाहौल के किसानों मोहन, टशी व दोरजे ने बताया कि हालांकि अभी सेब सीजन शुरू नहीं हुआ है लेकिन आलू की फसल तैयार है। उन्होंने कहा कि बारिश का क्रम जारी रहने से किसानों की दिक्कतें बढ़ी हैं। रोहतांग के इस ओर मनाली घाटी में बारिश से बागवानों की परेशानियां बढ़ गई हैं। मनाली घाटी में सेब सीजन चरम पर है।
सड़क कार्य को खोलने में जुटा बी.आर.ओ.
बी.आर.ओ. कमांडर कर्नल ए.के. अवस्थी ने बताया कि बी.आर.ओ. मनाली-लेह मार्ग पर सड़क कार्य को अंजाम दे रहा है। उन्होंने बताया कि रोहतांग दर्रे में हल्की बर्फबारी हुई है जबकि बारालाचा दर्रे में 2 इंच बर्फ की चादर बिछी है।
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