हिमाचल प्रदेश सहित जोगिन्दरनगर क्षेत्र में भी बुधवार रात्रि से बारिश वीरवार सुबह तक लगातार ज़ारी है जिससे क्षेत्र के सभी खड्ड नाले उफान पर हैं वहीँ समस्त जोगिन्दरनगर क्षेत्र में जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया है।
वहीँ मानसून के अजब-गजब रंग के चलते कई जगह खूब वर्षा हो रही है जबकि कई इलाके वर्षा से अछूते ही चले हुए हैं। बुधवार को धर्मशाला में खूब वर्षा हुई जबकि रात्रि में ऊना में खूब मेघ बरसे।
राजधानी शिमला में हल्की बारिश हुई है। कई जगहों पर हो रही अत्यधिक वर्षा से नुक्सान भी होने लगा है। बुधवार को धर्मशाला में सबसे अधिक 81, कांगड़ा में 18, नाहन में 16.1, धौलाकुंआ में 12.5, शिमला में 6, बजौरा में 0.5 मिलीमीटर वर्षा हुई है
जबकि पिछले 24 घंटों में राज्य के कुछ स्थानों पर हल्की से मध्यम वर्षा हुई है जिसमें ऊना में सबसे अधिक 60.2, धर्मशाला में 46.6, मनाली में 40, धर्मशाला एडब्ल्यूएस में 30.5, जोगिंद्रनगर में 27, सलूणी में 18.2, पालमपुर में 17.4, कसौली में 15, पच्छाद में 14, डल्हौजी एडब्ल्यूएस में 7,
सैंज एडब्ल्यूएस में 6, बैजनाथ में 5, कांगड़ा एयरो में 3.6, अघार में 3.2, जुब्बल में 2.8, बजौरा एडब्ल्यूएस में 2.5, गुलेर में 2.2, सुजानपुर टिहरा में 2, रामपुर बुशहर में 2, तीसा में 2, घमरूर में 1.8 मिलीमीटर वर्षा रिकार्ड की गई है।
मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार हिमाचल व आसपास के क्षेत्रों में चक्रवाती परिसंचरण कम हो गया है और बावजूद इसके 6 अगस्त तक मौसम खराब रहेगा लेकिन आने वाले 36 घंटों में कहीं-कहीं गर्जना के साथ भारी से बहुत भारी वर्षा का ऑरैंज अलर्ट जारी करते हुए स्थानीय लोगों व पर्यटकों के लिए एडवाइजरी भी जारी की गई है।
जिला कांगड़ा व सिरमौर में आंधी-तूफान व बिजली गिरने के साथ बहुत भारी वर्षा का ऑरैंज अलर्ट, जबकि चम्बा, कुल्लू, मंडी, बिलासपुर, हमीरपुर, कांगड़ा, ऊना, शिमला, सोलन व सिरमौर में भारी बारिश का यैलो अलर्ट जारी किया गया है।
किन्नौर व लाहौल स्पीति में कोई अलर्ट नहीं रहेगा। इसे देखते हुए प्रदेश के लोगों के साथ-साथ पहाड़ों पर आने वाले पर्यटकों को एहतियात बरतने की सलाह दी गई है।
मानसून सीजन में अब तक भूस्खलन व बाढ़ की घटनाओं में दो लोग काल का ग्रास बन चुके हैं। 29 जुलाई की रात को कुल्लू जिले में दो और किन्नौर में एक जगह बादल फटने की घटना हुई, जिसमें भारी नुक्सान हुआ है।
अब तक 433 करोड़ की संपत्ति का नुक्सान हो चुका है। उधर, बुधवार को गोई नाले के समीप भूस्खलन के कारण पांच लोगों को रैस्क्यू किया गया है।
पवित्र मणिमहेश यात्रा पर जा रहे यात्रियों का एक समूह भूस्खलन की चपेट में आ गया था। इनमें एक महिला की हालत नाजुक है।
उन्होंने सुबह अपनी पैदल यात्रा हड़सर से शुरू की और जैसे ही वे गोई नाला के समीप पहुंचे तो एक जगह आराम करने बैठ गए। अचानक पहाड़ी से भूस्खलन शुरू हो गया व यात्री इसकी चपेट में आ गए।
वहीँ दिल्ली में भारी बारिश होने के चलते आज स्कूलों में छुट्टी की घोषणा की गई है।