जोगिन्दरनगर : जोगिन्दरनगर से 8 किलोमीटर की दूरी पर स्थित प्रसिद्ध धार्मिक स्थल मच्छयाल में तीन दिवसीय मेला रविवार को धूमधाम से सम्पन्न हो गया। मेले के समापन की अध्यक्षता स्थानीय तहसीलदार मुकुल शर्मा और नागरिक अस्पताल जोगिन्दरनगर के एसएमओ डॉ रोशन लाल कौंडल ने की।
मुख्य अतिथि मुकुल शर्मा ने कहा कि मेले हमारी संस्कृति और सांस्कृतिक धरोहर के प्रतीक हैं। इसे सहजने के लिए जन सहभागिता का होना बहुत ही जरूरी है। वहीँ रोशन लाल कौंडल ने कहा कि यह मेला देव परम्परा व लाखों श्रद्धालुओं की आस्था से भी जुदा हुआ है। उन्होंनें मेले के सफल आयोजन के लिए आयोजकों को बधाई दी।
मच्छयाल के मेले को पहले मच्छयाल की जातर के नाम से जाना जाता था। यहाँ भगवान विष्णु के मत्स्यावतार के रूप में दर्शन होते हैं। मछिन्द्रनाथ देवता की पूजा होती है इसलिए इस जगह का नाम मच्छ की आल यानि मच्छयाल पड़ा।
मेले के आखिरी दिन खरीददारी को लेकर खूब भीड़ देखने को मिली। मेले में महिलाओं के सांस्कृतिक कार्यक्रम आकर्षण का केंद्र बने।
मेले का मुख्य आकर्षण का केंद्र कुश्ती का भी यहाँ आयोजन हुआ। कुश्ती प्रतियोगिता में लुधियाना के रणजीत ने बाज़ी मारी। हरियाणा का अंकित उप विजेता रहा। विजेता को 7100 और उपविजेता को 5100 रूपये के नकद राशि देकर सम्मानित किया।
चलहारग पंचायत की प्रधान सावित्री देवी,उप प्रधान कांशी राम ने बताया कि मेले में तीन दिवसीय मेले में महिलाओं की खेल प्रतियोगिताएं भी करवाई गईं।
इस तीन दिवसीय मेले का शुभारम्भ जोगिन्दरनगर के एसडीएम कृष्ण कुमार ने किया था। मेले के दौरान विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रमों और प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया तथा प्रतिभागियों को इनाम देकर सम्मानित भी किया गया।
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