यह रही राशन डिपुओं में मिले रहे चावल और नमक में मिलावट की सच्चाई

अगर आप भी राशन डिपुओं का चावल खा रहे हैं, तो यह जानकारी आपके लिए बेहद महत्वपूर्ण है। हिमाचल में राशन के डिपुओं में प्लास्टिक के चावल नहीं बल्कि फोर्टिफाइड चावल उपलब्ध करवाए जा रहे हैं। वहीँ नमक में भी आयोडीन के साथ आयरन मिलाया जा रहा है जिसके कण आप उसमें देख सकते हैं।

सोशल मीडिया पर कुछ लोग इसे प्लास्टिक के चावल बता रहे हैं। इस पर विभाग ने स्थिति सपष्ट की है। खाद्य एवं आपूर्ति विभाग का कहना है कि डिपुओं जो चावल प्रदान किए जा रहे हैं।

वह प्लास्टिक के चावल नहीं बल्कि फोर्टिफाइड चावल है। चावल में कई पोषक तत्व मौजूद हैं। केंद्र सरकार के निर्देशानुसार फोर्टिफाइड चावल उपलब्ध करवाए जा रहे हैं। चावलों को फोर्टिफाई करने हेतु उनमें फोर्टिफाइड राईस कर्नेल मिलाएं जाते हैं।

चावल मिलों द्वारा सामान्य चावलों में फोर्टिफाईड राइस कर्नल, एफएसएसएआई द्वारा निर्धारित मापदंडों अनुसार मिश्रित किए जाते हैं।

प्रतिदिन आहार में आयरन विटामिनस, फोलिक एसिड, युक्त फोर्टिफाईड चावलों का इस्तेमाल करने से रक्त में आयरन की मात्रा संतुलित बनी रहती है, जिसके कारण आयरन की कमी से होने वाले एनीमिया, नामक बिमारी से शरीर की रक्षा होती है।

इस कारण उपयोगकर्ता को यह भ्रांति हो जाती है कि चावलों में प्लास्टिक के चावल मिश्रित है। वास्तव में यह प्लास्टिक के चावल न होकर फोर्टिफाईड राइस कर्नल हैं।

सभी उपभोक्ताओं को अवगत करवाया जाता है कि लक्षित सार्वजनिक वितरण प्रणाली के अंतर्गत वितरित किये जा रहे चावल पूर्णत: सुरक्षित तथा पोषक तत्वों से भरपूर है।

साथ ही विभाग द्वारा जो नमक डिपुओं के माध्यम से वितरित किया जा रहा है, उसमें भी आयोडीन के साथ-साथ आयरन मिलाया जा रहा है, जिसके हल्के काले कण नमक में देखे जा सकते हैं।

यह नमक भी स्वास्थ्य के लिए लाभदायक है। उपभोक्ताओं से आग्रह है कि फोटिफाइड चावलों तथा डबल फोर्टिफाइड नमक का सेवन नियमित तौर से करें, ताकि प्रतिदिन आहार में आयरन, विटामिनस, फोलिक एसिड की मात्रा संतुलित बनी रहे।

जोगिन्दरनगर की लेटेस्ट न्यूज़ के लिए हमारे फेसबुक पेज को
करें।