हिमाचल प्रदेश के मंडी शहर के स्कूल बाजार स्थित माता काली चामुंडा मंदिर में शुक्रवार रात को माता की वार्षिक जाग धूमधाम से मनाई गई। इस दौरान रात्रि ठीक 11 बजे माता काली चामुंडा और महाकाली पुरानी अपने रथों व देवलुओं के साथ भंडार से प्रस्थान करके स्कूल बाजार स्थित जाग स्थल पर पहुंचीं।
जहां माता ने अपने गुर व पुजारों के माध्यम से दहकते अंगारों पर चल कर दैवीय शक्ति का प्रदर्शन किया। इस दौरान मौजूद सैंकड़ों श्रद्धालुओं की ओर से लगाए गए माता के नाम के जयकारों से पूरा क्षेत्र भक्तिमय हो उठा।
करीब 15 मिनट चले इस दैवीय खेल को देख हर कोई आश्चर्यचकित हुआ। बाद में गुर व पुजारों के माध्यम से भादो माह में देवताओं व आसुरी शक्तियों के बीच हुए युद्ध का वृत्तांत सुनाते हुए बताया कि इस वर्ष देवता व आसुरी शक्तियां बराबरी पर रहे हैं।
श्री माता काली चामुंडा माता मंदिर सभा के प्रधान सुंदरलाल ने बताया कि जाग से पूर्व मंदिर में विभिन्न भजन मंडलियों की ओर से भजन-कीर्तन से समां बांधा गया।
उन्होंने बताया कि मंडी शहर के देवधार स्थित देव सत बाला कामेश्वर मंदिर व सेहली गांव स्थित माता बगलामुखी मंदिरों में होम जाग का निष्कर्ष सुनाया जाएगा।
वहीँ घोघरधार में चल रहा देवों और दैत्यों में चल रहा युद्ध समाप्त हो गया है तथा वहां पर लागत में लगाए गए लोगों की जानकारी गाँव सहित आज माँ चतुर्भुजा मंदिर में दी जाएगी जिसकी लिस्ट शाम तक ज़ारी होने की सम्भावना है।