अपनी बदहाली पर आंसू बहा रहा भालारिहड़ा में स्थित उप-स्वास्थ्य केंद्र

जोगिन्दरनगर : एक और तो बेहतर स्वास्थ्य सेवाओं और सुविधाओं को बुनियादी अधिकार माना जाता है और उन्हें जन-2 तक उपलब्ध करवाने के बड़े-2 संकल्प और दावे किए जाते हैं। वहीं दूसरी और जमीनी स्तर पर सच्चाई क्या है इस वीडियो को देख कर आप खुद अंदाज़ा लगा सकते हैं।

तिरपाल से ढकी गई है छत

मैंण-भरोला पंचायत के भालारिहड़ा गाँव का यह उप-स्वास्थ्य केंद्र अत्यंत जर्जर हालत में है। वीडियो में देखा जा सकता है कि उप-स्वास्थ्य केंद्र की पूरी छत को तिरपाल डाल कर बांस के डंडों और पत्थरो से ढका गया है ताकि कि बारिश होने पर छत से पानी न टपके।

दो पंचायत के लोगों के लिए है यह स्वास्थ्य केंद्र

हालांकि दो पंचायतों के लोगों के लिए यह एक मात्र स्वास्थ्य केंद्र हैं लेकिन आलम यह है कि इस स्वास्थ्य केंद्र को दुरुस्त करने और इसे सुचारु रूप से चलाने के लिए स्थानीय जनता द्वारा प्रशासन से बार-2 गुहार लगाए जाने के बावजूद कोई समाधान नज़र नहीं आ रहा है।

दिया था मांगपत्र : संजय जम्वाल

स्थानीय युवकों ने पिछले वर्ष भी DYFI जोगिन्दर नगर के अध्यक्ष संजय जम्वाल के नेतृत्व में प्रशासन व सरकार को माँगपत्र दिया था व पंचायत की आमसभा में भी प्रस्ताव पारित कर सरकार को भेजा था लेकिन आजतक कोई करवाई न होने पर अब युवा निर्णायक लड़ाई के लिए तैयार हो रहे हैं।

आन्दोलन करेंगे युवा

युवाओं का कहना है कि 15 फरवरी को विधायक प्रकाश राणा पंचायत में आए थे तो युवाओं ने काफी उम्मीदें लगा रखीं थी कि वो इस भवन को नए सिरे से बनाने की बात करेंगे लेकिन उन्होंने इस मुद्दे के ऊपर कोई बात नहीं कही तो अब युवा अब अब आदोंलन करने की बात कर रहे हैं।

कभी भी गिर सकता है भवन

अधिकतर स्थानीय नागरिकों का मानना है कि यह भवन खंडहर में तब्दील होता जा रहा है और यह कभी भी गिर सकता है। यदि समय रहते कोई कदम नहीं उठाया गया तो को बड़ा हादसा हो सकता है जिसकी जिम्मेवारी सरकार और प्रशासन की होगी