अभद्र टिप्पणी से प्रकाश राणा हुए आहत

जोगिन्दरनगर : जोगिन्दरनगर विधानसभा चुनावों की स्थिति अभी स्पष्ट भी नहीं हुई है कि जोगिन्दरनगर में सोशल मीडिया के द्वारा चरित्र हनन का दौर शुरू हो गया है. यह कीचड़ उछाला गया है गोलवाँ गाँव के प्रसिद्ध उद्योगपति और समाजसेवी प्रकाश राणा के ऊपर.

क्या है मामला?

ऑनलाइन पोर्टल लडभड़ोल.कॉम के अनुसार, प्रकाश राणा को बदनाम करने के लिए विरोधी खेमे के समर्थको ने सोशल मीडिया पर कुछ नोट्स लडभड़ोल व जोगिंद्रनगर के कई व्हट्सऐप्प ग्रुपों में वायरल कर दिए थे। इन नोट्स इन प्रकाश राणा और उनके परिवार के बारे में ऐसी कई आपत्तिजनक बातें लिखी गयी हैं जिनको पढ़ने पर आप खुद ही जान जाएंगे कि ये बातें कितनी खोखली, झूठी और बेबुनियाद है और इनका उद्देश्य सिर्फ और सिर्फ प्रकाश राणा की साफ़ सुथरी छवि को धक्का पहुंचाना है। सूत्रों की माने तो ये पूरा कारनामा जोगिंद्रनगर में बैठे कुछ लोगों के संरक्षण में हो रहा है।

ओछी हरकत से राणा हैं हैरान

राणा ने पत्रकार वार्ता में बताया कि वे सोच भी नहीं सकते कि उनके चुनाव लड़ने के फैसले के एक माह बाद ही उनकी व उनके परिवार की छवि को धूमिल करने की साजिश इस प्रकार रची जाएगी. राणा ने बताया कि इस घटिया मानसिकता वाले व्यक्ति के कृत्य से वे काफी आहत हैं.

पुलिस और सरकार पर है पूरा भरोसा

राणा ने बताया कि उनकी छवि को सोशल मीडिया में धूमिल करने की जो हरकत किसी ने की है उसकी प्राथमिकी जोगिन्दरनगर पुलिस स्टेशन में दर्ज़ करवा दी गई है. उन्होंनें बताया कि उन्हें पुलिस प्रशासन तथा सरकार पर पूरा विश्वास है कि मामले की तह तक जांच की जाएगी तथा दोषी लोगों के विरुद्ध कड़ी कार्यवाही जल्द से जल्द की जाएगी.

मेहनत के बल पर हासिल किया है मुकाम

राणा ने बताया कि उन्होंनें यह मुकाम कड़ी मेहनत के बल हासिल किया है. उन्होंनें बताया कि उनका दामन शीशे की तरह साफ़ है तथा अगर फिर भी किसी को उन पर शक है तो वे नार्को टेस्ट करवाने के लिए तैयार हैं. उन्होंनें कहा कि उनका मकसद जोगिन्दरनगर विधानसभा क्षेत्र का विकास करना है तथा जोगिन्दरनगर की जनता इसका जवाब आगामी विधानसभा चुनावों में देगी.

नहीं लेंगे सरकारी भत्ता

राणा ने पहले ही स्पष्ट कर दिया है कि वे कोई भी सरकारी भत्ता नहीं लेंगे तथा जो भी पैसा उन्हें मिलेगा उसे वे जनता की भलाई के लिए खर्च करेंगे.