इस बार अक्तूबर माह में ही हिमाचल की चोटियों ने बर्फ की चादर ओढ़ ली है। मौसम विभाग की चेतावनी के बीच पिछले दो दिनों तक प्रदेश में बर्फबारी व बारिश का दौर चलता रहा। ऊंचाई वाले क्षेत्रों में जहां बर्फबारी हुई वहीँ निचले व मध्यम पर्वतीय क्षेत्रों में बारिश दर्ज की गई है।
मौमस विज्ञान केंद्र शिमला के प्राप्त जानकारी के अनुसार लाहुल-स्पीति जिला के कोकसर में सबसे ज्यादा 14.6 सेंटीमीटर बारिश दर्ज गई है, जबकि हंसा में 2.5 सेंटीमीटर बारिश दर्ज गई। प्रदेश में मौसम के तेवर सोमवार को भी बिगड़े रहे। राज्य के ऊंचाई वाले इलाकों में बर्फबारी का दौर लगातार दूसरे दिन भी जारी रहा। वहीं राजधानी शिमला व आसपास के क्षेत्रों में तेज हवाओं के साथ झमाझम बारिश हुई। बारिश और बर्फबारी से प्रदेश भर में 37 सड़कें बंद हैं।
इनमें 27 सड़कें लाहुल-स्पीति की हैं, जबकि कुल्लू जिला में पांच, किन्नौर में चार और शिमला में एक सड़क बंद है। राज्य में बारिश और बर्फबारी से जुड़े हादसों में सात लोगों की मौत हुई है। इनमें दो मौतें ऊंचाई से फिसलने से हुई हैं। लाहुल-स्पीति जिला में चार, सिरमौर में दो और कुल्लू जिला में एक व्यक्ति की जान गई है।
बारिश-बर्फबारी के चलते प्रदेश में ठंड का प्रकोप बढ़ गया है। राज्य के अधिकतम तापमान में आठ से नौ डिग्री की गिरावट दर्ज की गई है। शिमला और मनाली में लोगों को गर्म कपड़ों का सहारा लेना पड़ रहा है।
मौसम विभाग की ओर से भारी बारिश को लेकर जारी किया गया अलर्ट अब हट गया है। प्रदेश में मंगलवार को सिर्फ हल्की बारिश के आसार हैं, जबकि बुधवार से प्रदेश में मौसम साफ हो जाएगा। मौसम विज्ञान केंद्र शिमला के निदेशक सुरेंद्र पाल ने बताया कि 20 से 22 अक्तूबर तक पूरे प्रदेश में मौसम साफ रहेगा।