मर्ज होंगे स्कूल, सेवानिवृत्त अध्यापकों की नियुक्ति संभव : शिक्षा मंत्री

शिमला : हिमाचल में शिक्षा की गुणवत्ता बढ़ाने के लिए राज्य सरकार आने वाले दिनों में बड़े फैसले लेने जा रही है। शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर ने एक हफ्ते के भीतर विभाग की दूसरी समीक्षा बैठक बुलाई है। 14 सितंबर को होने वाली कैबिनेट बैठक से ठीक पहले यह समीक्षा बैठक बुधवार को दिनभर चलेगी।

इसमें प्राइमरी स्कूलों में शिक्षक उपलब्ध करवाने और सिंगल टीचर स्कूलों की संख्या और कम करने पर फोकस होगा। वर्तमान में 11000 प्राइमरी स्कूल सरकारी सेक्टर में चल रहे हैं और उनके लिए 22000 प्राइमरी टीचर मौजूद हैं, लेकिन कई स्कूलों में ज्यादा शिक्षक होने के कारण 3000 से ज्यादा स्कूल सिंगल टीचर के हैं।

इसलिए शिक्षा मंत्री चाहते हैं कि प्राइमरी एजुकेशन में शिक्षा के पूरे ढांचे की रि-स्ट्रक्चरिंग की जाए। इसके लिए स्कूलों को मर्ज किया जा सकता है। शिक्षकों की कमी को दूर करने के लिए प्राइमरी एजुकेशन में रिटायर टीचर्स को रखने के लिए भी एक स्कीम बन रही है। इसमें फिक्स सैलरी के आधार पर टीचर को पेंशन के साथ स्कूल में नियुक्त किया जाएगा।

हालांकि इस स्कीम पर पहले कैबिनेट में सहमति बनना जरूरी है। राज्य सरकार अवार्ड प्राप्त करने वाले शिक्षकों के लिए ऐसी स्कीम पहले ही ला चुकी है। शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर ने बताया कि टीचर्स की कमी को दूर करने के लिए रिटायर शिक्षकों की सेवाएं लेने का एक आइडिया विभाग में चर्चा के दौरान आया है।

राज्य सरकार कोई बैक डोर एंट्री जैसा फॉर्मेट नहीं अपनाना चाहती। पूर्व के अनुभव भी यह बताते हैं कि आउटसोर्स पर लगाए जाने वाले टीचर्स को भी बाद में हटाया नहीं जा सकता। इससे पहले भी शिक्षा मंत्री ने शिक्षा सचिव के पद पर राकेश कंवर की नियुक्ति होने के बाद पूरा दिन बैठक की थी। इस बैठक के बाद भी 6 बिंदुओं पर विभाग में अलग-अलग नोडल अफसर तैनात करने की तैयारी चल रही है।

बताया जा रहा है कि 300 से ज्यादा पदों पर स्कूल प्रिंसीपल प्लेसमेंट के जरिए प्रोमोट होने हैं। इसके बाद 600 से ज्यादा पदों पर स्कूल लेक्चरर को प्रोमोशन दी जाएगी, लेकिन विधानसभा सत्र के दौरान एडजस्टमेंट के लिए शिमला में भीड़ न हो, इसलिए यह लिस्ट 25 सितंबर के बाद जारी हो सकती है।

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