कोरोना के वर्तमान हालात को देखते हुए फरवरी में स्कूल खुलने की उम्मीद जग गई है। हालांकि इससे पहले सरकार ने बंदिशें 31 जनवरी तक बढ़ाई हैं। इनके अनुसार सभी शिक्षण संस्थान 31 जनवरी तक बंद रहेंगे। इसके बाद अब कैबिनेट में ही आगे को लेकर फैसला हो पाएगा।
यदि कोविड के एक्टिव केस 8000 से नीचे रहे तो सरकार स्कूलों और कालेजों को खोलने पर फैसला ले सकती है। खासकर 9वीं से 12वीं की कक्षाओं को लेकर, जिनके टर्म एग्जाम होने हैं। महाराष्ट, समेत बहुत से राज्य पहले ही स्कूलों को खोल चुके हैं। वर्तमान में विंटर क्लोजिंग में 14 फरवरी तक छुट्टियां हैं।
कालेजों में भी अभी अवकाश चल रहे हैं। इसलिए शिक्षा विभाग चाहता है कि 15 फरवरी से ही स्कूल कालेज खोले जाएं। उच्च शिक्षा विभाग ने इसके लिए अपने स्तर पर दो प्रोपोजल तैयार किए हैं। अब 31 जनवरी ही को कैबिनेट की बैठक होनी है।
ऐसे में इस बैठक में शिक्षण संस्थानों को लेकर फैसला लिया जा सकता है। शिक्षा विभाग ने स्कूल कॉलेज सहित अन्य शिक्षण संस्थानों को खोलने के संबंध में दो प्रस्ताव तैयार किए हैं। पहले प्रस्ताव के तहत शिक्षण संस्थानों को 15 फरवरी तक बंद करने की बात कही है। मार्च महीने में बोर्ड की परीक्षाएं भी हैं।
शिक्षक इन दिनों बच्चों को सेकेंड टर्म का ही सिलेबस पढ़ा रहे हैं। ऐसे में छुट्टियों को बढ़ाने का फैसला लिया जा सकता है। इसमें बच्चों को परीक्षा की तैयारी स्कूल में करने के लिए 15 दिन का समय बच्चों को मिल जाएगा, जबकि दूसरे प्रस्ताव में कहा गया है कि केवल नौवीं से 12वीं के बच्चों को ही स्कूल बुलाया जाए। छोटी कक्षाओं के बच्चों की पढ़ाई फिलहाल ऑनलाइन ही करवाई जाए।