नवंबर माह तक कांगड़ा घाटी पर फिर से रेल सेवा शुरू हो सकती है। रेलगाड़ियाँ चलाने के लिए रेल विभाग ने पूरी तैयारी कर ली है। यह कार्य कांगड़ा-चंबा लोकसभा के सांसद डाक्टर राजीव भारद्वाज के प्रयासों से ही पूरा हुआ है।
सांसद राजीव भारद्वाज ने कहा कि कांगड़ा के लोगों की यह सबसे बड़ा लंबा और सस्ता और हमारी लाइफ लाइन आने-जाने का साधन है।
इस रेल ट्रैक के चलने से व्यापारियों, कर्मचारी, कालेज में पढऩे वाले छात्र-छात्राओं और सैनिकों को भी सबसे अधिक लाभ होता है। इससे पर्यटन को भी और लाभ मिलेगा।
मां ज्वालामुखी, कांगड़ा मंदिर, श्रीचामुंडा मंदिर मसरूर मंदिर, पौंग बांध अब काफी पर्यटक पहुंचेंगे। कांगड़ा घाटी की पठानकोट-जोगिंद्रनगर रेलवे ट्रैक काफी पुराना है।
रेल सेवा बंद होने से लोगों को काफी दिक्कते झेलनी पड़ रही थी। इस रेल ट्रैक के समीप लगते अनेक गांवों की जनता इसी इंतजार में की कब रेल सेवा शुरू होगी, लेकिन सूत्रों के अनुसार अगले महीने के अंत तक रेल सेवा शुरू हो जाएगी।
चक्की पुल भी बनकर तैयार हो गया है। उल्लेखनीय है की अपने में अति महत्त्वपूर्ण और जनता को सुगम यातायात से जुड़ा उनके लिए रेल सेवा पिछले पिछले सालों से असुविधाजनक ही बनी हुई थी।
लोगों का कहना है कि सरकारों की अनदेखी का खामियाजा भुगत रहे हैं, तभी ट्रैक पर समुचित रूप में जनता के लिए आवाजाही के लिए सुविधा उनको साल भर नियमित नहीं मिलती आ रही है।
आखिर क्या वजह आती आ रही है कि रेल सेवा साल भर नहीं सुचारू रूप से चल पाती है। लोगों का कहना है कि रेल प्रशासन को इस बात पर भी गंभीरता लेनी होगी की।
बरसात में जिन स्थानों पर रेल ट्रैक बारिश होने पर बाधित होता आ रहा है, के स्थानों पर सुनिचित् करना चाहिए कि वहां का संपूर्ण रूप में सुधार हो। भूस्खलन से भी रेल सेवा ज्यादा प्रभावित होती है।
कांगड़ा घाटी की शान ये रेल ट्रैक, जो सुनसान पड़ा है। अब लोगों की उम्मीद जगी है कि रेल सेवा से वंचित उनको फिर, रेल का सफर करने को मिलेगा।
चक्की पुल तैयार, जल्द दौड़ेंगी रेलगाड़ियाँ
जिला कांगड़ा के नगरोटा सूरियां निवासी युवा अश्वनी गुलेरिया और सुकनाड़ा निवासी पूर्व सैनिक महेंद्र सिंह ने कहा कि कांगड़ा-चंबा के लोकसभा सासंद राजीव भारद्वाज सुरमयी कांगड़ा घाटी की जनता को पेश आ रही रेल समस्या की बात को प्रमुखता केंद्रीय रेल मंत्री के समक्ष रखा है और चक्की पुल का कार्य युद्धस्तर से हुआ, जो कि अब बनकर तैयार हो चुका है और शीघ्र ही ट्रैक पर रेल गाड़ियों का आवागमन भी शुरू होगा।
उनका कहना है कि सासंद के प्रयासों की आगे भी उम्मीद जनता रखती है कि जिन स्थानों पर बारिश होने पर रेल सेवा प्रभावित होती है, वहां के स्थानों के भी समुचित सुधार कदम उठाए जाने के लिए रेल मंत्रालय के समक्ष बात रखेंगे, जिससे आगामी वक्त में भी नियमित रेल सेवा लोगों को उपलब्ध मिले।































