होनहार बिरवान के होत चिकने पात। इस कहावत को चरितार्थ करता है जोगिन्दर नगर का प्रत्युष भूषण शर्मा। महज़ 6 साल के प्रत्युष भूषण शर्मा को रावण रचित शिव तांडव स्त्रोत, विष्णु स्तुति, हरि स्त्रोत, हनुमान चालीसा कंठस्थ हैं और वह इनका पाठ विभिन्न सार्वजनिक मंचों पर पूरे आत्मविश्वास के साथ करता है।
6 साल का प्रत्युष भूषण शर्मा रक्षा एवं अनुसंधान विद्यालय देहरादून में दूसरी कक्षा में पढ़ता है। प्रत्युष के पिता जोगिन्दर नगर निवासी श्री रवि भूषण शर्मा देहरादून में अपनी साइंस कोचिंग अकादमी(RBS Classes Dehradun) चलाते हैं। प्रत्युष की माता श्रीमती अर्चना शर्मा जनसंचार और पत्रकारिता में परास्नातक(Masters in Mass Communication & Journalism) हैं और 2 बच्चों की माँ हैं। अभी वह पूर्णकालिक गृहणी हैं।
www.jogindernagar.com से बातचीत में श्रीमती अर्चना शर्मा ने बताया कि प्रत्युष 4 वर्ष का था तभी से उसने गायत्री मंत्र, महामृतुन्जय मंत्र आदि याद कर लिए थे। प्रत्युष साढ़े चार वर्ष का था तभी से हिंदी काफी अच्छे से पढ़ व लिख लेता था। आजकल प्रत्युष गीता पाठशाला जाता है तो गीता के श्लोक याद कर रहा है।
उन्होंने बताया कि प्रत्युष भूषण शर्मा देहरादून में विभिन्न सार्वजनिक धार्मिक और सांस्कृतिक समारोहों में अपनी प्रतिभा का लोहा मानव चुका है। चैतन्य गौड़ीय मठ डी. एल. रोड. देहरादून में साल 2022 की जन्माष्टमी के अवसर पर प्रत्युष ने रावण रचित शिव तांडव स्त्रोतम का पाठ का उच्चारण किया तो उपस्थित जनसमूह ने उस की प्रतिभा को खूब सराहा।
इसके अलावा ISKCON के जन्माष्टमी के कार्यक्रम में प्रत्युष ने भगवान परशुराम का रूप धारण किया था। वह आज कल संस्कृत सीख रहा है। वह Youtube से देख कर casio प्ले भी करता है।
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www.jogindernagar.com की और से प्रत्युष भूषण शर्मा को उनके उज्जवल भविष्य के लिए शुभकामनाएँ!