पालमपुर : काँगड़ा जिला के तहत पालमपुर के मारंडा की निवासी अलाइका को राष्ट्रीय वीरता पुरस्कार से सम्मानित किया गया है जोकि प्रदेश के लिए गर्व की बात है. बेटी की इस बहादुरी से समस्त क्षेत्र में ख़ुशी की लहर है. बुधवार को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने यह पुरस्कार बेटी को देकर सम्मानित किया. यदि यह होनहार बेटी दुर्घटना के समय हिम्मत से काम नहीं लेती और समय पर घायलों को उपचार नहीं मिलता तो सभी की जिन्दगी को खतरा हो सकता था. बेटी की हिम्मत के कारण तीन जिंदगियां बच पाई.
22 बच्चों में था अलाइका का नाम
भारतीय बाल कल्याण परिषद की ओर से वीरता पुरस्कार के लिए 22 बच्चों का चयन किया गया था जिसमें प्रदेश की इस बेटी का नाम भी शामिल था. प्रदेश के मुख्यमंत्री ने बेटी की इस उपलब्धि के लिए हार्दिक बधाई दी है.
सितम्बर 2018 की है घटना
पालमपुर के मारंडा की रहने वाली अलाइका 1 सितम्बर 2018 को अपनी माँ सविता और दादा सेवानिवृत्त कैप्टन के. के. अवस्थी के साथ कार में खैरा जा रही थी. इसी दौरान ड्राइवर अपने वाहन से नियंत्रण खो बैठा और गाड़ी करीब 50 मीटर नीचे लुढ़क गई. कार पहाड़ी में पेड़ के साथ अटक गई और अलाइका को भी चोट लग गई थी.
अलाइका ने दिखाया साहस
सभी कार सवारों को चोट लगी थी बावजूद इसके अलाइका ने साहस का परिचय दिया और कार का दरवाजा खोलकर सड़क तक पहुंच गई. इससे पहले अलाइका ने अपनी माँ और दादा को कार से बाहर निकालने का असफल प्रयास किया था. सड़क पर पहुँच कर अलाइका ने सड़क से गुजर रहे अन्य वाहन चालकों से मदद मांगी.
लोगों ने घायलों को निकाला था बाहर
अलाइका के सड़क पर पहुँचने के बाद लोग मदद के लिए आगे आये और उन्होंनें तीनों घायलों को कार से बाहर निकाला.अलाइका समेत तीन लोगों को अस्पताल में ले जाकर प्राथमिक उपचार दिलाया गया.
बेटी की हिम्मत से बची तीन जिंदगियां
यदि यह होनहार बेटी उस स्थिति में हिम्मत से काम नहीं लेती और समय पर उपचार नहीं मिलता तो उनकी जिन्दगी को खतरा हो सकता था. बेटी की हिम्मत के कारण तीन जिंदगियां बच पाई. उस समय अलाइका नौवीं कक्षा की छात्रा थी तथा उस समय उसकी हिम्मत की हर जगह प्रशंसा हुई थी. राष्ट्रीय पुरस्कार के तहत भारतीय बाल कल्याण परिषद के की ओर से अलाइका को 20000 रुपए की राशि और स्मृति चिन्ह प्रदान किया गया.