कुछ हफ़्तों में क्षेत्र के दूसरे सपूत ने देश की सेवा करते हुए शहादत का जाम पिया है। अति कठिन परिस्थितियों में सियाचिन लेह में तैनात क्षेत्र के सपूत 28 वर्षीय नवल किशोर देश की सेवा करते हुए शहीद हो गए हैं।
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नवल किशोर की डेढ़ वर्ष पहले ही शादी हुई थी और इस छोटे से अरसे में पति-पत्नी का साथ सदा के लिए छूट गया। सदोह पंचायत के जलौन गांव निवासी नवल किशोर की शहादत की खबर के पूरा सदर क्षेत्र गमगीन है।
अढ़ाई महीने पहले ही नवल किशोर चार दिन की छुट्टी काट कर सियाचिन गए थे। और अब मार्च में नवल किशोर ने फिर से छुट्टी आना था। नवल ने शनिवार को अपने माता-पिता से बात की थी।
जबकि रविवार रात को उनके शहीद होने की सूचना आ गई। कुछ हफ्ते पहले ही कोटली क्षेत्र के जवान की भी शहादत हुई थी। इस गम से क्षेत्र के लोग अभी संभले ही थे कि अब नवल किशोर की शहादत ने फिर से सबको रूला दिया है।
बताया जा रहा है कि डयूटी के दौरान हार्ट अटैक आने के बाद नवल किशोर की तबीयत बिगड़ और फिर उन्हें बचाया नहीं जा सका।
शहादत की खबर मिलने के बाद उनके गांव में मातम का माहौल और माता पिता का रो-रो कर बुरा हाल है। नवन किशोर की पार्थिव देह के आज मंडी पहुंचने की उम्मीद है।
बता दें कि आर्मी जवान नवल किशोर की शादी करीब डेढ़ वर्ष पहले श्वेता से हुई थी। जहां नवल आर्मी में अपनी सेवाएं दे रहा थे, वहीं पत्नी हिमाचल प्रदेश पुलिस में किन्नौर जिला में सेवाए दे रही हैं।
श्वेता आजकल छुट्टियों पर घर आई है और घर पर ही उसे पति की शहादत की सूचना मिली। नवल किशोर अभी महज 28 वर्ष के ही थे और 2017 में जैक राइफल में भर्ती हुए थे।
मौत की खबर सुनकर नवल किशोर के परिवार का हाल बेहाल है। पिता भगत सिंह, माता अतरा देवी, भाई सुनील कुमार और पत्नी पार्थिव देह के इंतजार में बैठे हैं।
नवल के पिता राजमिस्त्री का कार्य करते है और माता गृहिणी है। नवल बहुत संघर्षों के बाद आर्मी में भर्ती हुए थे। नवल का छोटा भाई सुनील भी आर्मी में ही कार्यरत है।
नवल किशोर की पार्थिव देह को आज मंगलवार को सेना द्वारा हवाई मार्ग से मंडी पहुंचाये जाने की उम्मीद है। जिसके बाद नवल किशोर का अंतिम संस्कार किया जाएगा।
नवल किशोर की शहादत की खबर मिलने के बाद उनके घर पर लोगों को तांता लगा हुआ है। रिश्तेदार, ग्रामीण और अन्य लोग घर पहुंच कर नवल के माता पिता को ढांढस बंधा रहे हैं।
प्रशासन की तरफ से तहसीलदार कोटली विकास कुमार, हल्का पटवारी और पंचायत प्रधान देवी चंद ने भी घर जाकर दुखी परिवार को सहारा दिया है।
वीर जवान नवल किशोर की शहादत से क्षेत्र में हर कोई गमगीन है। अढ़ाई महींने पहले ही नवल किशोर चार दिन की छुट्टी काट कर सियाचिन गए थे।
अब मार्च में नवल किशोर ने फिर से छुट्टी आना था। नवल ने शनिवार को अपने माता-पिता से बात की थी। जबकि रविवार रात को उनके शहीद होने की सूचना आ गई।