मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा है कि ओल्ड पेंशन के मुद्दे से भाजपा को नुकसान हुआ है और इस नुकसान का एहसास पहले से था। इस मसले पर एडवांस में पार्टी को रिपोर्ट दी गई थी, चूंकि अकेला राज्य इस फैसले को नहीं ले सकता था, इसलिए कांग्रेस ने ओपीएस को एक रेडीमेड हथियार की तरह इस्तेमाल किया।
यह राजनीतिक मुद्दा नहीं था, फिर भी सत्ता हथियाने के लिए इस मुद्दे का इस्तेमाल करने की कोशिश हुई। अपने सरकारी निवास ओकओवर में ‘दिव्य हिमाचल’ के साथ बातचीत में मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि यदि ओल्ड पेंशन का मसला न होता, तो कांग्रेस के पास सरकार के खिलाफ बोलने के लिए कुछ नहीं था।
इसके बावजूद भाजपा दोबारा सरकार बनाने के लिए आश्वस्त है और जिस तरह से अधिकांश चुनाव क्षेत्रों में महिला वोट ज्यादा हैं, उससे प्रतीत होता है कि भाजपा के पक्ष में मतदान हुआ है। महिलाएं सामान्य तौर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पक्ष में वोट करती हैं।
यह पूछे जाने पर कि भाजपा कितने संभावित निर्दलीयों के संपर्क में है, मुख्यमंत्री ने जवाब दिया कि जीतने की क्षमता रखने वाले लोग खुद ही सब के संपर्क में हैं। हम भी इनसे बात कर रहे हैं। मतदान के दिन ही पता चलेगा कि किसको किसकी जरूरत पड़ेगी? यह पूछे जाने पर कि कांग्रेस को विधायक खरीदने का खतरा है, मुख्यमंत्री ने जवाब दिया यह सारी बेतुकी बातें हैं। भाजपा अपने दम पर ही सरकार बनाएगी।
कांग्रेस में सबसे बड़ा झगड़ा तो मुख्यमंत्री पद का है, लेकिन जितना उन्होंने चुनाव प्रचार के दौरान फील्ड में देखा है, कांग्रेस के सीएम पद के कई दावेदार हार रहे हैं। इसलिए यह चुनाव अपने आप में अनोखा होगा। यदि कांग्रेस को बहुमत मिल भी गया तो यह देखने वाली बात होगी कि इस तरह की सरकार चलेगी कैसे? खासकर जब लोगों को सपने ऐसे दिखाए हों, जो पूरे नहीं होने वाले हों।
भाजपा के बागियों को लेकर पूछे गए सवाल पर मुख्यमंत्री ने कहा कि निश्चित तौर पर बागियों ने पार्टी का नुकसान किया है। बहुत सी सीटें ऐसी हैं, जहां ये खुद नहीं जीत रहे, लेकिन हमें नुकसान करेंगे। चुनाव से पहले इन्हें समझाने की कोशिश भी सफल नहीं हो पाई थी। अब कितना असर इनका हुआ, यह बात चुनाव नतीजे के बाद ही एनालाइज हो पाएगी। इसी अनुसार भाजपा अगले कदम लेगी।
जयराम ठाकुर ने फिर दोहराया कि यह बताना मुश्किल है कि भाजपा को कितनी सीटें मिल रही हैं, लेकिन उन्हें लग रहा है कि बहुमत के आंकड़े तक पार्टी पहुंच जाएगी। जहां तक एग्जिट पोल की बात है तो बेशक यह एकदम सही न बैठते हों, लेकिन जनता का रुझान तो बता देते हैं और इस चुनाव में प्रदेश के लोगों का रुझान भाजपा की सरकार की तरफ था।
चुनाव नतीजे के दिन शिमला में ही रहेंगे सीएम
मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने बताया कि आठ दिसंबर को मतगणना के दिन वह शिमला में ही रहेंगे और अपने चुनाव क्षेत्र नहीं जाएंगे। नतीजे के बाद की स्थितियों की समीक्षा और संभावित कदमों को लेकर फैसला लेने के लिए ऐसा किया गया है। इस बार वह अपने चुनाव में भी वोट के अंतर का एक नया रिकार्ड बना सकते हैं, लेकिन चुनाव क्षेत्र में मतदाताओं का धन्यवाद करने बाद में जाएंगे।