शिमला : कैबिनेट के फैसले के बाद सुखविंदर सिंह सुक्खू की सरकार ने भाजपा सरकार की आखिरी महीनों में खोले गए 19 डिग्री कॉलेजों को डिनोटिफाई कर दिया है। शिक्षा सचिव की ओर से शुक्रवार को इस बारे में अधिसूचना जारी कर दी गई।
कुल 23 डिग्री कालेज जयराम सरकार में अप्रैल 2022 के बाद खोले गए थे। शिक्षा सचिव अभिषेक जैन की ओर से जारी अधिसूचना के अनुसार 19 डिग्री कॉलेज डिनोटिफाई हुए हैं।
इनमें बिलासपुर जिला में डिग्री कॉलेज स्वारघाट और बल्हसीना, चंबा जिला में डिग्री कॉलेज मशरुंड, हमीरपुर जिला में डिग्री कॉलेज गलोड़ और लंबलू, कांगड़ा जिला में डिग्री कॉलेज बरांडा, कोटला, रिडक़मार और चढियार, मंडी जिला में डिग्री कॉलेज पांगणा, पंडोह और बागा चनौगी शामिल हैं।
इसके अलावा शिमला जिला में डिग्री कॉलेज जलोग और संस्कृत कॉलेज सिंगला को डिनोटिफाई किया गया है। सिरमौर जिला में डिग्री कॉलेज स्तौन अब बंद हो गया है।
सोलन जिला में डिग्री कॉलेज ममलीग, चंडी और बरुणा को बंद किया गया है। जबकि कुल्लू के जगतसुख में खुला संस्कृत कॉलेज भी डिनोटिफाई कर दिया गया है।
कुल मिलाकर नये आदेशों के अनुसार 17 डिग्री कॉलेज और 2 संस्कृत कॉलेज डिनोटिफाई हुए हैं। नए खुले कॉलेजों में से 5 में 0 एडमिशन थी। इसका मतलब यह हुआ कि जयराम सरकार में खुले कॉलेजों में से सिर्फ 4 ही बच पाए हैं।
इनमें सिरमौर जिला का नोहराधार, शिमला जिला का कुपवी, चंबा जिला का बनीखेत डिग्री कॉलेज और पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के सिराज का छतरी डिग्री कॉलेज शामिल है।
डिनोटिफाई किए गए कॉलेजों से सहायक प्रोफेसर एक-दो दिन में ट्रांसफर किए जाएंगे। जो शिक्षक डेपुटेशन पर तैनात थे, उन्हें वापस पुराने कॉलेज में ट्रांसफर किया जा रहा है। कैबिनेट ने पिछले हफ्ते ही इस बारे में फैसला लिया था।