मंडी : रियासतकालीन राज देवता माधोराय की अगुवाई में शनिवार को अंतरराष्ट्रीय महाशिवरात्रि महोत्सव की पहली शाही जलेब भव्य अंदाज में निकली। इसी के साथ महाशिवरात्रि महोत्सव का शुभारंभ हो गया। इससे पहले मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने मंडी के अराध्य देव बाबा भूतनाथ और राज देवता माधोराय की पूजा-अर्चना कर परंपरा निभाई और जलेब को रवाना किया।
देव माधोराय ने की अगुवाई
खुद भी खुली जीप में सवार होकर जलेब में शामिल हुए। इस दौरान गण्यमान्य लोगों, प्रशासन के अधिकारियों, देवता समिति के पदाधिकारियों और बड़ी संख्या में स्थानीय लोगों ने रंग-बिरंगी पगड़ियां पहन जलेब की शोभा बढ़ाई। जलेब में परंपरा के अनुसार राज देवता माधोराय की पालकी के आगे 21 देवी-देवता और पीछे से छह देवी-देवताओं के रथ चले। सैकड़ों देवलुओं ने देवी-देवताओं ने रथों के साथ शिरकत की।
देव ध्वनि से लोग हुए मंत्रमुग्ध
इस मौके पर पारंपरिक वाद्य यंत्रों, ढोल-नगाड़ों और नरसिंगों की धुनों से छोटी काशी गूंज उठी। देवी-देवताओं के रथों के साथ नाटी डालते देवलुओं को देखकर हर कोई मंत्रमुग्ध हो गया। यह जलेब डीसी कार्यालय से शुरू होकर ऐतिहासिक पड्डल मैदान में पहुंची।
यहां पर यहां सीएम ने ध्वजारोहण कर सात दिवसीय महोत्सव का विधिवत शुभारंभ किया। जलेब में सबसे आगे एक बड़ा ढोल, उसके बाद पहाड़ी नाटी डालते हुई महिलाओं का दल, इस्कॉन संस्था का दल, ब्रह्मकुमारियों की झांकी, पुलिस के घुड़सवार, पुलिस जवानों, होमगार्ड बैंड मार्च का पास्ट करते हुए चले।
इस तरह से रहा जलेब में देवी देवताओं का प्रोटोकाॅल
राज देवता माधोराय के दरबार से जलेब दोपहर बाद करीब 3:00 बजे शुरू हुई। जलेब में सबसे पहले माधोराय से आगे 21 देवी-देवता रहे। इनमें देवता छानणू-छमाहूं, मार्कंडेय सराज, देव विष्णु मतलोड़ा, देवी अंबिका, शैटी नाग, मगरू महादेव, लक्ष्मी नारायण, बिठ्ठू नारायण,
ब्रह्मदेव तुंगासी महामाया, देव चुंजुवाला, देवी नाऊ की अंबिका, देव नाग चपलांदू, गढ़पति तुगांसी, देव चपलांदू, आदि शक्ति महामाया, देव पशाकोट, देव हुरंग नायायण, घटौणी नारायण, देव पेखरा गहरी, बायला नारायण, देवी भैरवा के देव रथ रहे। इनके पीछे ऋषि सुखदेव,
श्री देवता डगांडू, आदि गणपति, देव झाथीवीर, देव श्री टुंडीवीर और देव श्री शेषनाग चले। जलेब करीब साढ़े पांच बजे पड्डल मैदान पहुंची, जहां सीएम ने अपना संबोधन दिया।
पहली सांस्कृतिक संध्या में रघुवंशी और साहिल मचाएंगे धमाल
पहली सांस्कृतिक संध्या में हंसराज रघुवंशी और कुमार साहिल मुख्य आकर्षण होंगे। दूसरी संध्या में ममता भारद्वाज, लमन बैंड और ईशांत भारद्वाज, तीसरी में सुनील राणा, अरिन व अर्शप्रीत और अख्तर ब्रदर्स लोगों का मनोरंजन करेंगे। चौथी संध्या में सारेगामापा लिटिल चैंप फेम पायल ठाकुर, गीता भारद्वाज और शिल्पा सरोच दर्शकों का मनोरंजन करेंगे। पांचवीं सांस्कृतिक संध्या में एसी भारद्वाज, जस्सी गिल और बब्बल राय पहाड़ी व पंजाबी गानों के रंग बिखेंरेंगे। अंतिम संध्या अनुज शर्मा और पुलिस बैंड हारमनी ऑफ पाइन्स के नाम रहेगी।
सोने-चांदी से सजे भव्य रथों पर छोटी काशी पहुंचे 100 से अधिक देवी-देवता
अंतरराष्ट्रीय शिवरात्रि महोत्सव में भाग लेने के लिए सोने-चांदी से सजे भव्य रथों पर सवार होकर 100 से अधिक देवता छोटी काशी यानी मंडी पहुंचे हैं।। इनमें से प्रोटोकॉल के तहत कुछ देवताओं ने पारंपरिक रूप से शनिवार को शाही जलेब में शिरकत की। बाद में इन देवी-देवताओं ने पड्डल मैदान की शोभा बढ़ाई।
क्या कहा उपायुक्त ने
उपायुक्त मंडी अपूर्व देवगन ने बताया कि हमारा प्रयास है कि देव आस्था का यह महा समागम देव संस्कृति को और मजबूती देने में सहायक हो। युवा पीढ़ी का इससे जुड़ाव और गहरा हो। इसके लिए सभी परंपराओं का पूरी श्रद्धा से निर्वहन करते हुए इनमें जनता की भागीदारी तय बनाने पर खास ध्यान दिया गया है।