सरकाघाट : सरकाघाट क्षेत्र की ग्राम पंचायत गाहर के छोटा समाहल गांव में हुई दर्दनाक आगजनी से सभी का दिल दहल उठा है। अग्निकांड की चपेट में आई 28 वर्षीय कविता अपने दोनों बच्चों के साथ अस्पताल से एक घंटा देरी से आती, तो सभी की जान बच सकती थी। देरी से आने से केवल मकान सहित सामान स्वाह होना था, लेकिन अनहोनी को कौन टाल सकता है। छोटा समाहल गांव में मनोज कुमार का सब कुछ खत्म हो गया।
दिव्यांग है मनोज
मनोज कुमार दिव्यांग है। उसका एक हाथ नहीं है। अग्निकांड से जहां उसकी पत्नी 28 वर्षीय कविता, दो बच्चे, नौ महीने का बेटा दक्ष और बेटी चार वर्षीय बेटी अपेक्षा जिंदा जल गए। मां बच्चों को टीका लगाने के लिए स्वास्थ्य केंद्र गई थी। बताया जा रहा है कि टीका लगवाने के बाद मां अपने दोनों बच्चों के साथ एक ही बिस्तर पर आराम कर रही थी। दोपहर दो बजे धूप में थकी-हारी पहुंची मां को बच्चों सहित आराम करते ही नींद पड़ गई होगी।
नींद में थी माँ और बच्चे
नींद ने कविता को दोनों बच्चों सहित सदा के लिए सुला दिया। मां घर में ऊपरी मंजिल में आराम कर रही थी। उसी मंजिल में अचानक आग लगी थी। वहीं बुधवार को गांव के लोगों को सहकारी राशन के लिए डिपो बुलाया गया था, जिस कारण गांव में कुछ ही लोग मौजूद थे।
मदद से पहले जल गया सब कुछ
जब तक लोगों को आग लगने की घटना का पता चला, तब तक सब कुछ जलकर राख हो चुका था। पहले ग्रामीण मकान की आग को काबू करते रहे। जब किसी ने बताया कि अंदर कविता व उसके दोनों बच्चे अस्पताल से घर पहुंच गए हैं, तब ग्रामीणों ने बचाव का कार्य तेज कर दिया, लेकिन आग भयंकर रुप धारण कर चुकी थी।
2 बच्चों के साथ जिन्दा जल गई माँ
मां अपने दोनों बच्चों के साथ जिंदा जल गई। घटना के दौरान पूरा गांव चीखों से गूंज उठा। वहीं घर का सारा सामान, सिलेंडर, राशन, कपड़े जलकर राख हो गया।
इन्होंनें व्यक्त की संवेदनाएं
इस दर्दनाक घटना और जान और माल के नुकसान को लेकर विधायक कर्नल इंद्र सिंह ठाकुर, प्रमुख समाजसेवी चंद्रमोहन शर्मा, कृषि विपणन उपज केंद्र के अध्यक्ष दिलीप ठाकुर, प्रदेश भाजपा महिला मोर्चा सचिव वंदना गुलेरिया, प्रदेश भाजपा सचिव अंजू शर्मा, हमारी आवाज संस्था के अध्यक्ष डाक्टर सुनील शर्मा, कांग्रेस प्रदेश कांग्रेस महासचिव पवन ठाकुर, प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता डा. जयकुमार आजाद ने मृतकों के प्रति गहरी संवेदना प्रकट की है और सरकार और प्रशासन से तत्काल प्रभावी कदम उठाने के साथ-साथ उचित मुआवजा प्रदान करने का आग्रह किया है।
ईश्वर को नहीं आया तरस
ईश्वर को भी तरस नहीं आया, जब जिंदा जल रहे थे मां व दो मासूम। क्यों हंसता, खेलता परिवार राख कर दिया। ये शब्द ग्राम पंचायत गाहर के छोटा समाहल गांव में हुई आगजनी को लेकर पीडि़त पिता मनोज कुमार कह रहा है। इन शब्दों को बोलत-बोलते पीडि़त मनोज भी बेहोश हो गया।
उक्त दर्दनाक हादसा हर व्यक्ति के दिल में टीस सी दे गया है। घर में बच्चों द्वारा अपने पिता को पापा-पापा बोलने वाली आवाज सदा के लिए गुम हो गई। इस घटना के बाद मनोज कुमार व परिजन पूरी तरह टूट चुके हैं।
मुख्यमंत्री ने जताया शोक
मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने छोटा समाहल गांव में आग लगने की दुर्घटना से 28 वर्षीय महिला तथा उसके दो बच्चों के जिंदा जलने पर शोक व्यक्त किया है। उन्होंने परमात्मा से दिवंगत आत्माओं की शांति और पीडि़त परिवार को इस असहनीय क्षति को सहन करने की शक्ति प्रदान करने की कामना की है।