हिमाचल प्रदेश के शहरों में वायु प्रदूषण की मॉनिटरिंग के लिए 47 नए स्टेशन मंजूर हो गए हैं। नेशनल एयर मॉनिटरिंग प्रोग्राम के तहत इन स्टेशनों की मंजूरी मिली है, जिसके लिए केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड हिमाचल को करीब चार करोड़ रुपए की राशि प्रदान करेगा।
इसके जरिए शहरों में वायु की गुणवत्ता को मापा जाएगा। अभी प्रदेश में ऐसे 25 स्टेशन हैं, जिनसे वायु प्रदूषण पर नजर रखी जा रही है। राज्य में प्रदूषण पर नियंत्रण के लिए लगातार गंभीरता से प्रयास किए जा रहे हैं।
प्रदेश के प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने ऐसे मामलों में त्वरित व कड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया है, जिससे स्थिति पहले से काफी ज्यादा सुधर गई है। मगर अब भी कुछ बड़े शहर हैं, जहां पर वायु की गुणवत्ता मापकों के अनुसार नहीं है।
ऐसे में वहां पर मॉनिटरिंग स्टेशन स्थापित करके नजर रखी जाएगी और त्वरित कार्रवाई होगी। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की भी सभी राज्यों पर नजर है और हिमाचल चूंकि हरित राज्य है, लिहाजा यहां पर एनजीटी भी पूरी नजर रखता है।
बताया जाता है कि प्रदेश के प्रमुख औद्योगिक क्षेत्र बद्दी में एक रियल टाइम बेस्ड मॉनिटरिंग स्टेशन है, जो मैनुअली नहीं चलता, बल्कि ऑटोमेटिक तरीके से चलता है। इसी तरह का एक केंद्र अब शिमला के लिए प्रस्तावित है। यहां पर जल्दी ही यह स्टेशन स्थापित होगा, जिससे शिमला की पूरी मॉनिटरिंग रियल टाइम आधार पर होगी।
इन शहरों में लगेंगे नए मॉनिटरिंग स्टेशन
जिन शहरों में नए मॉनिटरिंग स्टेशन मंजूर किए गए हैं, इनमें सोलन, कुल्लू, हमीरपुर, मंडी, नाहन ग्रामीण, बिलासपुर, चंबा, केलांग, कल्पा और रिकांगपिओ में तीन-तीन स्टेशन स्थापित किए जाएंगे।
इसके अलावा शिमला में एक, परवाणू में एक, नालागढ़ में दो, धर्मशाला में एक ,डमटाल में एक, पांवटा साहिब में एक, काला अंब में एक, सुंदरनगर में एक, ऊना में एक, मनाली में एक, वशिष्ट में दो, गुलाबा में दो, मढ़ी में दो मॉनिटरिंग स्टेशन स्थापित होंगे।
फिलहाल नए मॉनिटरिंग स्टेशन की व्यवस्था किस तरह से होगी और कहां-कहां पर इनको लगाया जाएगा, इसके लिए जगह का चयन किया जा रहा है।