हिमाचल प्रदेश में मौसम की पहली बर्फबारी होने से प्रदेश शीतलहर के प्रकोप में है। प्रदेश की ऊंची चोटियां बर्फ पड़ने के बाद चांदी की तरह चमक रही हैं। लम्बे इंतज़ार के बाद लोगों ने बर्फबारी का खूब आनंद उठाया.
नदियाँ और झरने हुए जाम
जनजातीय क्षेत्र केलांग,किन्नौर, रोहतांग दर्रा और मंडी के जंजैहली क्षेत्र में सीजन की पहली बर्फबारी हुई। यहां नदियां और झरने जाम हो गए हैं प्रदेश के निचले इलाकों में शनिवार को बादल छाए हुए हैं और बारिश होने के आसार नजर आ रहे हैं।गौरतलब है कि जनजातीय क्षेत्र केलांग, किन्नौर व रोहतांग दर्रा में ताजा बर्फबारी होने से प्रशासन ने वाहनों की आवाजाही पर रोक लगा दी है।
कोकसर में फंसे लोग
प्रशासन की रोक के बाद भी लाहुल स्पीति के कोकसर में 60 लोग फंस गए हैं। बताया जा रहा है इनमें सेना के जवान भी शामिल हैं। जहां स्थानीय लोग अपने घरों को वापस आ रहे हैं वहीं बाहरी राज्यों के यात्रियों ने होम स्टे समेत अन्य जगहों में डेरा डाला हुआ है। मनाली के होटलों में कई पर्यटक बर्फ के दीदार करने आए हुए हैं। ताजा हुई बर्फबारी से उनकी यह मुराद पूरी हो गई है।
फिल्म निर्माता ले रहे बर्फबारी की जानकारी
बॉलीवुड के कई कलाकार भी मनाली और शिमला में बर्फबारी के इंतजार में नजर आ रहे हैं। कई फिल्म निर्माता यहां के होटल मालिकों से बर्फबारी की पूरी जानकारी हासिल कर रहे हैं।
कमरूनाग जाने वाला मार्ग हुआ बंद
मंडी के जंजैहली में बर्फबारी होने से शिकारी माता के मंदिर को जाने वाला रास्ता बंद हो गया है, वहीं रोहांडा से कामरूनाग जाने वाले रास्ते को भी श्रद्धालुओं के लिए बंद कर दिया है। आपको बता दें कि रोहांडा से कामरूनाग जाने का छह किलोमीटर पैदल रास्ता है। रास्ते पर कई बड़े बड़े पत्थर हैं। जिन पर अब बर्फ पड़ गई है अगर थोड़ा सा भी किसी का पैर फिसलता है तो उसे जिंदगी से हाथ धोना पड़ सकता है।
क्रिसमिस में होगी पहाड़ियां बर्फ से लकदक
हिमाचल प्रदेश के दिलों की धड़कन हिल्स क्वीन शिमला में पर्यटक मैरी क्रिसमस मनाने आते हैं इतना ही नहीं विदेशों से भी लोग यहां पर क्रिसमस मनाने आते हैं। बर्फबारी की शुरूआत हो जाने के बाद अब ऐसा माना जा रहा है कि आने वाली 25 दिसंबर तक पहाड़ों की रानी बर्फ से लकदक दिखेगी और सांता क्लाज लोगों को गिफ्ट बांटते हुए नजर आएंगे।