घोर आर्थिक संकट से जूझ रहे हिमाचल में हालात लगातार बिगड़ रहे हैं। संकट ऐसा है कि सरकार कर्मचारियों और पेंशनरों को वेतन व पेंशन तक नहीं दे पा रही है।
चूंकि हर महीने की पहली तारीख को सैलरी और पेंशन कर्मचारियों के खाते में आ जाती थी, लेकिन पहली सितंबर को रविवार था और छुट्टी के चलते वेतन अदायगी नहीं हुई।
कर्मचारियों और पेंशनरों को आस थी कि सोमवार को उनके खाते में पैसा आ जाएगा, लेकिन सुबह 11 बजे तक भी वेतन और पेंशन का मैसेज नहीं आया था। ऐसे में अंदाजा लगाया जा सकता है कि आर्थिक स्थिति कितनी खराब चल रही है।
उधर, मानसून सत्र आज दोपहर दो बजे से शुरू होगा। ऐसे में पूरी संभावना है कि विपक्षी दल के सदस्य पेंशन और वेतन को लेकर सरकार के खिलाफ मोर्चा खोलें व हंगामा करें।
चूंकि विपक्ष द्वारा बार-बार वित्तीय स्थिति को लेकर सरकार की घेराबंदी की जा रही है, ऐसे में आज सदन में गरमाहट देखने को मिल सकती है।
नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर का कहना है कि पूर्व की भाजपा सरकार में कभी ऐसा नहीं हुआ है कि कर्मचारियों और पेंशनरों की देनदारियां रोकी गई हों, लेकिन सुक्खू सरकार में यह नौबत आ गई है।