हिमाचल प्रदेश में करीब 28 प्रतिशत लोग ब्लड प्रेशर, शुगर और कैंसर जैसे गैरसंचारित रोगों के शिकार हैं। इस बात का खुलासा स्वास्थ्य विभाग के स्क्रीनिंग प्रोग्राम में हुआ है। ब्लड प्रेशर, शुगर और कैंसर जैसे गैरसंचारित रोगों की रोकथाम के लिए स्वास्थय विभाग की ओर से विशेष स्क्रीनिंग प्रोग्राम चलाया गया है। प्रोग्राम के तहत अभी तक कुल 23.78 लोगों की स्क्रीनिंग की जा चुकी है। इनमें से 8.25 लाख व्यक्ति इन रोगों से ग्रसित पाए गए हैं।
स्वास्थ्य विभाग के प्राप्त जानकारी के अनुसार 50 हजार लोगों ने अपना इलाज करवाना भी शुरू कर दिया है। विभाग के एक प्रवक्ता ने बताया कि हिमाचल प्रदेश में बीपी, शुगर कैंसर समेत अन्य गैर संचारी रोग बढ़ते जा रहे हैं। इन बीमारियों को कम करने के लिए प्रदेश में स्वास्थय विभाग की ओर से स्पैशल सर्विलांस एक्टिविटी और क्लीनिक सर्विसेज शुरू की गई है।
योजना को मुख्य उद्देश्य प्रदेश में इन रोगों के खतरे को कम करना, स्वास्थ्य सुधार, गैरसंचारी रोगो से संक्रमित मरीज़ों की स्क्रीनिंग और प्रबंधन है। योजना के तहत 18 से 30 वर्ष की आयु के युवाओं पर ज्यादा फोकस किया जाता है। इस उम्र के लोगों में धूम्रपान, शराब का सेवन और सयम पर खाना न खाना जैसी बीमारियां ज्यादा है। वर्ष 2022 तक स्वास्थय विभाग ने इस प्रोग्राम के तहत कुल 43 लाख लोगों को कवर किया जाएगा।
विभाग के अधिकारियों का कहना है कि राज्य में उच्च रक्तचाप, मधुमेह और इससे जुड़े जोखिम कारकों जैसे गैर संचारी रोगों एनसीडी का बोझ बढ़ रहा है। इस समस्या के समाधान के लिए राज्य में विशेष निगरानी गतिविधि और नैदानिक सेवाएं चल रही हैं। इस योजना का मुख्य उद्देश्य जोखिम में कमी, स्वास्थ्य संवर्धन, स्क्रीनिंग और एनसीडी का प्रबंधन है।