कांगड़ा गगल एयरपोर्ट विस्तारीकरण में 1376 मीटर रनवे को बढ़ाकर 3100 मीटर बनाया जाएगा। इसके लिए मांझी खड्ड का तटीकरण कर उसमें स्लैब भी बनाई जाएगी। इसके साथ ही क्षेत्र के 89 भवन विस्तारीकरण की जद में आएंगे, जिनको खाली करवाने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।
वहीं फोरलेन को डायवर्ट किए जाने के प्लान पर भी विस्तार से काम किया जा रहा है। वहीं, गगल सहित आसपास के क्षेत्रों में बिजली की हाई टेशंन तारों को हटाने व अंडरग्रांउड करने के प्लान पर भी काम किया जा रहा है। मिली जानकारी के अनुसार कांगड़ा एयरपोर्ट विस्तारीकरण की जद में एयरपोर्ट के साथ लगते विभिन्न गांवों के 89 भवन जद में आएंगे।
इन भवनों को चयनित कर लिया गया है और भवन के मालिकों को इसके बारे में सूचित भी पहले से किया जा चुका है। इसके साथ ही एयरपोर्ट अथोरिटी ऑफ इंडिया और जिला प्रशासन ने यह बात स्पष्ट कर दी है कि एयरपोर्ट का विस्तारीकरण दो चरणों में ही होगा।
डीसी कांगड़ा डा. निपुण जिंदल ने कहा कि अभी तक भवनों का चयन हुआ है और आगामी कार्रवाई चल रही है। आने वाले 10 से 15 दिनों के भीतर यह बात साफ हो जाएगी कि इन भवनों की गिराने की एवज में सरकार एवं प्रशासन को भवन मालिकों को कितना मुआवजा दिया जाएगा।
उन्होंने बताया कि अभी एयरपोर्ट के रनवे की लंबाई 1376 मीटर है। दो चरणों में होने वाले विस्तारीकरण के पहले चरण में रनवे को 1900 मीटर किया जाएगा, जबकि दूसरे एवं अंतिम चरण में रनवे को 3100 मीटर किया जाएगा। इसके लिए भूमि अधिग्रहण का आकलन हो चुका है।
भूमि अधिग्रहण के लिए 208 करोड़ रुपए का मुआवजा विस्थापित होने वाले लोगों को दिया जाएगा। वहीं गगल एयरपोर्ट के विस्तार के लिए साथ बहती मांझी खड्ड के पहले स्लैब डालने का प्रस्ताव था, लेकिन खड्ड की चौड़ाई 400 मीटर तक आंकी जा रही है। ऐसे में एक मुश्त स्लैब डालना संभव नहीं है।
इसलिए अब मांझी खड्ड का तटीकरण किया जाएगा। तटीकरण करने के बाद इसमें स्लैब डाली जाएगी, जिससे रनवे के लिए और अधिक एरिया मिल पाएगा। इसके अलावा एयरपोर्ट विस्तारीकरण में रछियालू, सनौरा, गगल, बैदी, इच्छी व सहौड़ा पंचायत प्रमुख रूप से आ रही हैं।
इसमें पठानकोट-मंडी फोरलेन को कुठमां से डाइवर्ट करने पर विचार चल रहा है, जिसमें दोनों ओर के छोरों के लिए योजना बनाकर कार्य किया जा रहा है। हालांकि अभी तक एनएचआई की ओर से भी इस योजना पर कार्य किया जा रहा है। डीसी कांगड़ा डा. निपुण जिंदल ने बताया कि प्रस्ताव बनाया गया है, जिसे आगामी समय में ही फाइनल किया जाएगा।