बारिश-बर्फबारी से हिमाचल का वातावरण स्वच्छ

देश की राजधानी दिल्ली व इसके साथ लगते राज्यों में जहां दूषित हवा लोगों के स्वास्थ्य के लिए खतरा बनी हुई, तो वहीं हिमाचल प्रदेश की आबोहवा काफी साफ है। बीते दिनों हुई बर्फबारी व बारिश के बाद हिमाचल की आबोहवा में और अधिक सुधार आया है। बीते दिनों हुई बर्फबारी व बारिश के कारण धूल के कण साफ हो गए हैं।

ऐसे मेें सिर्फ बद्दी को छोडक़र सभी शहरों का एयर क्वालिटी इंडेक्स 100 से नीचे ही है। दिल्ली-पंजाब में दूषित हुई हवा से बचने के लिए लोग पहाड़ों का रुख करने लगे हैं। खासकर राजधानी शिमला में पयर्टकों की संख्या बढऩे लगी हैं। बढ़ते ट्रैफिक के कारण शिमला का एयर क्वालिटी इंडेक्स बाकी शहरों के मुकाबले थोड़ा सा ज्यादा हैं।

आम दिनों में हिमाचल का एयर क्वालिटी इंडेक्स जहां 50 माइक्रोग्राम से नीचे ही रहता हैं, तो वहीं आज-कल यहां का एयर क्वालिटी इंडेक्स 66 माइक्रो ग्राम तक पहुंच गया है।

मनाली की हवा साफ

हिमाचल प्रदेश में सिर्फ एक शहर ऐसा हैं, जहां की हवा सबसे ज्यादा खराब हैं। बद्दी शहर प्रदेश का इकलौता ऐसा शहर हैं, जहां का एयर क्वालिटी इंडेक्स 100 से ऊपर चल रहा हैं। बद्दी का एयर क्लालिटी इंडेक्स 163 माइक्रोग्राम हैं। हालांकि आम दिनों में कालाअंब, पावंटा साहिब और नालागढ़ का एयर क्वालिटी इंडेक्स भी 100 से अधिक रहता हैं, लेकिन अभी यहां का एयरक्वालिटी इंडेक्स 80 से भी कम हैं।

शिमला का एयर क्वालिटी इंडेक्स परवाणू से भी खराब

शिमला शहर का एयर क्वालिटी इंडेक्स परवाणू से भी ज्यादा खराब है। पर्यावरण वैज्ञानिकों का मानना है कि इसका सीधा कारण बढ़ता ट्रैफिक है। शिमला में इन दिनों में ट्रैफिक बहुत ज्यादा हैं, जबकि परवाणू बाइपास के बन जाने से परवाणू ट्रैफिक काफी कम हो गया है।

ऐसे परवाणू के एयर क्वालिटी इंडेक्स में सुधार आया है। वहीं, शिमला में हर साल ट्रैफिक बढ़ता जा रहा है। इससे यहां कि हवा भी प्रभावित हो रही है। प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अनुसार वर्तमान में परवाणू का एयर क्वालिटी इंडेक्स 40 हैं। शिमला का एयर क्वालिटी इंडेक्स 66 है। यहां पर लोगों को सांस लेने में दिक्कतें पेश आ सकती है।

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