कुल्लू-मनाली नैशनल हाईवे पर पतलीकूहल फ्लाई ओवर के पास चट्टानों का गिरना बदस्तूर जारी है, लेकिन एन.एच.ए.आई. कुंभकर्णी नींद सोया हुआ है। इस स्थान पर कभी भी बड़ा हादसा घटित हो सकता है, लेकिन न तो एन.एच.ए.आई. व न ही लोक निर्माण विभाग इसका संज्ञान ले रहा है।
नैशनल हाईवे के इस स्थान पर पत्थर गिरना कोई नहीं बात नहीं। यहां लगभग हर रोज पत्थर गिरते रहते हैं मगर आज भूस्खलन के कारण बड़ी-बड़ी चट्टानें हाईवे पर गिरीं। हालांकि जानमाल का कोई नुक्सान नहीं हुआ है, अगर उस समय वहां से कोई वाहन गुजर रहा होता तो हादसा बड़ा हो सकता था।
पतलीकूहल व जटेहड़ बिहाल के लोगों ने प्रशासन से मांग की है कि इस स्थान पर कंकरीट की दीवार लगाई जाए, ताकि भूस्खलन को रोका जा सके। ग्रामीणों का कहना है कि जब से नैशनल हाईवे का निर्माण हुआ है तभी से यह स्थान ऐसा ही है जहां आए दिन खतरा बना रहता है।
फ्लाई ओवर के साथ के इस स्पॉट के पास से ही वाया पतलीकूहल जाने वाले वाहन, कटराईं की तरफ व मनाली की ओर जाने वाले वाहन गुजरते हैं। तीन तरफ के लिए बने इस फ्लाई ओवर पर लोगों की आवाजाही लगी रहती है। हाईवे से वोल्वो बसें व लांग रूट की बसें भी यहीं रुककर सवारियां बिठाती हैं।
स्कूल के बच्चे सुबह 9 बजे के बाद इसी स्थान से होकर पैदल कटराईं स्कूल जाते हैं व शाम को 4 बजे के बाद वापस आते हैं। लोगों ने डी.सी. से मांग की है कि बच्चों की सिक्योरिटी को देखते हुए एन.एच.ए.आई. के खिलाफ कड़ा संज्ञान लें।
बदस्तूर जारी भूस्खलन के कारण सेरीकोट गांव की जमीन धंसने की कगार पर है, वहीं अगर भूस्खलन ऐसे ही होता रहा हो सेरीकोट में करोड़ों की लागत से बनी आई.टी.आई. को भी खतरा पैदा हो सकता है।