हिमाचल प्रदेश में बरसात में ज़ारी मूसलाधार वर्षा के कारण नवनिर्मित कीरतपुर नेरचौक फोरलेन पर सुंदरनगर के भुवाना टनल 5 के दोनों तरफ पहाड़ी से भूस्खलन होने से भारी भरकम मलबा व पत्थर सड़क पर गिरने से पिछले कई महीनों से ट्रैफिक वन वे चला हुआ है।
जिससे इस स्थान पर हादसों के घटित होने का खतरा लगातार बना हुआ है। एनएचएआई इतने समय बाद भी डबल लेन ट्रैफिक बहाल नहीं कर सकी है।
जब भी हल्के मलबे को निर्माण कंपनी द्वारा मशीनों के माध्यम से हटाया जाता है तो बरसात होने से उससे ज्यादा मलबा पहाड़ी से फिर गिर जाता है। जिससे निर्माण कंपनी व वाहन चालकों की मुश्किलें लागातर बढ़ी हुई है।
टनल नंबर 5 भुवाना के बाहर दोनों तरफ और जड़ोल व डैहर क्षेत्र में पहाड़ी दरकने से मलबा व पत्थरों का क्रम जारी है। जिससे कभी भी किसी भी वाहन की पत्थरों व मलबे की चपेट में आने का खतरा लगातार बना रहता है।
गत दिनों भी एक पर्यटक बस पर पहाड़ी से पत्थर गिरने से चाकक व परिचालक घायल हुए थे, गनीमत रही थी बस खाली थी।
मौसम खुलने के साथ भी लगातार भू-स्खलन का दौर जारी रहता है। टनल के सुंदरनगर की तरफ का मलबा कंपनी द्वारा हटाया जा रहा है लेकिन दूसरी तरफ डैहर साइड के मलबे को कंपनी द्वारा हाथ भी नहीं लगाया गया है।
हालात यह है कि पहाड़ी से पत्थर गिरने के जानकार यहां से जितनी जल्दी हो सके निकलने में ही भलाई समझते है लेकिन खतरे से अंजान बाहरी राज्य के चालकों और पर्यटकों को इस खतरे का कोई पता नहीं है।
एनचएआई और निर्माण कंपनी ने इसको लेकर किसी प्रकार के कोई चेतावनी सूचना पट्ट नहीं लगाए गए हैं। जिससे इस भाग पर अनहोनी का खतरा लगातार बना रहता है।