क्रिप्टोकरेंसी ठगी के लिए लोगों को झांसे में फंसाने के लिए शातिरों ने विदेश यात्राओं पर साढ़े तीन करोड़ उड़ा दिए। शातिरों ने क्रिप्टोकरेंसी ठगी की इन्वेस्टमेंट बढ़ाने के लिए करीब दो हजार विदेश यात्राएं लोगों को करवाई हैं।
एसआईटी की जांच में कई अहम खुलासे हुए हैं। क्रिप्टोंकरेंसी के नाम पर पांच लाख रुपए की इन्वेस्टमेंट लाने पर ग्राहकों को विदेश की ट्रिप दी जाती थी।
यह सैर बैंकॉक, मलेश्यिा, थाईलैंड, दुबई और इंडोनेशिया में करवाई। पिछले करीब तीन साल से प्रदेश में क्रिप्टोकरेंसी के नाम पर ठगी का खेल चलता रहा। करोड़ों की ठगी मामले में कई पुलिस कर्मियों ने भी पैसा लगाया है और कई पुलिस कर्मियों ने लोगों का पैसा लगवाया है।
डीजीपी संजय कुंडू ने बताया कि क्रिप्टो करंसी के नाम लोगों से हुई करोड़ों की ठगी मामले में मुख्य आरोपी सुभाष शर्मा, सुखदेव ठाकुर, हेमराज ठाकुर और ऊना का अभिषेक हैं।
शातिरों ने इस अपराध में निवेशकों को लुभाने के लिए उच्च रिटर्न के वादे और अन्य दावों के साथ कोरवियो क्वाइन नाम की नकली क्रिप्टो मुद्रा का प्रचार शामिल है।
डीजीपी ने बताया कि एसआईटी की जांच में खुलासा हुआ है कि शातिरों ने लोगों से धोखाधड़ी करने के लिए लोगों को विदेशी यात्राएं करवाईं।