जोगिन्दरनगर : सिविल अस्पताल जोगिंद्रनगर में विशेषज्ञ डॉक्टरों की तैनाती न होना क्षेत्र के लोगों के स्वास्थ्य पर भारी पड़ रहा है। आलम यह है कि आए दिन यहां सिविल अस्पताल जोगिन्दरनगर में आने वाले गंभीर रोगियों को टांडा के लिए रैफर कर दिया जाता है जिनमें से कई बार कुछ मरीज रास्ते में ही दम तोड़ देते हैं।
बीते शुक्रवार को भी इसी प्रकार का एक उदाहरण देखने को मिला जब यहां स्थानीय पेट्रोल पंप में कार्यरत एक 44 वर्षीय व्यक्ति को सीने में दर्द की शिकायत होने पर सिविल अस्पताल जोगिन्दरनगर पहुंचाया गया।
अस्पताल में तैनात चिकित्सा अधिकारी ने अपनी तरफ से उसके इलाज के लिए कोई कसर नहीं छोड़ी लेकिन हृदयघात से पीडि़त इस व्यक्ति को टांडा मेडिकल कालेज के लिए रैफर किया गया।
इस बीच जोगिन्दरनगर से बैजनाथ के बीच इसकी तबीयत अधिक खराब होने के कारण इसे सिविल अस्पताल बैजनाथ में ले जाया गया लेकिन उसे बचाया नहीं जा सका।
मृतक मदनलाल दुर्गापुर सरकाघाट कठोगण गांव का रहने वाला था और पिछले 18 वर्षों से यहां एक पेट्रोल पंप में कार्यरत था।
शुक्रवार को दोपहर बाद उसे सीने में दर्द की शिकायत के चलते सिविल अस्पताल पंहुचाया गया। मृतक का शव देर सांय उसके पैतृक घर पहुंचाया गया। जहां उसका अंतिम संस्कार किया गया।