हिमाचल में क्रिप्टो करंसी के नाम पर पैसा डबल करने का लालच देकर लोगों से करोड़ों रुपए का फ्रॉड करने का मामला सामने आया है। बताया जा रहा है कि शातिरों ने लोगों से बोरियां भर-भर कर नकद राशि वसूल की है।
शातिरों ने डीजीटी कॉइन के जरिए क्रिप्टो करंसी के नाम पर लोगों से करोड़ों रुपए की इन्वेस्टमेंट करवाई है। क्रिप्टो करंसी के करोड़ों के इस स्कैम में मास्टर माइंड मंडी जिला के तीन लोग बताए जा रहे हैं।
बताया जा रहा है कि डीजीटी और डीडीए कॉइन के इस स्कैम में प्रदेश के कई नेताओं और पुलिस कर्मचारियों ने पैसा लगाया है।
शुरुआत में कुछ लोगों की इन्वेस्ट की राशि को डबल भी दिया गया, जिसके बाद लोगों ने क्रिप्टो करंसी के लिए धड़ाधड़ पैसा लगाना शुरू कर दिया।
शातिर अब लोगों की करोड़ों रुपए की राशि लेकर गायब हो गए हैं। ऐसे में अब लोगों को चिंता सता रही है कि उनका इन्वेस्ट किया हुआ पैसा उन्हें मिलेगा भी या नहीं।
प्रदेश के कांगड़ा, मंडी और ऊना जिला में डीजीटी कॉइन में पैसा लगाया है। क्रिप्टो करंसी के बारे में कांगड़ा पुलिस के पास भी कई शिकायतें दर्ज है।
कांगड़ा पुलिस ने फर्जी कॉइन के जरिए क्रिप्टो करंसी की शिकायतें मिलने के बाद मामले की जांच शुरू कर दी है। बताया जा रहा है कि डीजीटी कॉइन का स्कैम हिमाचल सहित करीब पांच राज्यों में फैला है।
शातिरों के झांसे में आकर किसी ने 25 लाख, तो किसी ने दो करोड़ इन्वेस्ट किए हैं। कई लोगों ने तो अपनी जिंदगी भर जमा पूंजी इस स्कैम में इन्वेस्ट कर दी है।
उधर, डीजीपी संजय कुंडू का कहना है कि मामले की सूचना उन्हें मिली है। इस बारे में कार्रवाई करने के लिए पुलिस अधिकारियों को निर्देश दिए जाएंगे।