आप सभी को हिंदी दिवस की हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं। हिमाचल प्रदेश में सरकारी कामकाज में हिंदी का अधिक प्रयोग हो, यह प्रयास शांता कुमार ने पहली बार हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री बनने पर किया था। शांता कुमार ने प्रशासन में हिंदी को लागू करवाया था, इतना ही नहीं अंग्रेजी के सभी टाइपराइटर के की-बोर्ड बदलने के आदेश दिए गए थे, जिससे कि अधिक से अधिक काम हिंदी में ही हो।
1977 में प्रदेश में पहली बार गठित भाजपा सरकार के शासनकाल में ही सरकारी विभागों में बड़े स्तर पर हिंदी के प्रयोग के प्रयास शुरू किए गए थे।
इसके पीछे तत्कालीन मुख्यमंत्री और हिंदी प्रेमी शांता कुमार की सोच थी। शांता कुमार ने ही प्रशासन में हिंदी को लागू करवाया था और हिंदी के अधिक प्रयोग को प्रोत्साहित किया गया था।
इतना ही नहीं, हिंदी को अधिक से अधिक बढ़ावा देने के लिए शांता कुमार ने सरकारी विभागों में प्रदान किए गए अंग्रेजी के सभी टाइपराइटर के की-बोर्ड बदलने के आदेश दिए थे, जिससे की टाइप का ज्यादातर काम हिंदी में किया जाए।
प्रदेश में सरकारी विभागों में हिंदी के अधिक प्रयोग को उस समय बल मिला था। राजनेता के साथ-साथ शांता कुमार हिंदी के प्रतिष्ठित लेखक भी हैं।
राजनीतिक व्यस्तता और संघर्शशील जीवन में रहते हुए भी उन्होंने हिंदी साहित्य को अनेक पुस्तकें दी हैं। शांता कुमार की सभी रचनाओं का एक संयुक्त संग्रह ‘समग्र साहित्य’ के नाम से तीन खंडों में दिल्ली के प्रसिद्ध प्रकाशक ‘किताब घर’ द्वारा पूर्व में प्रकाशित किया गया है।